Zindagi Ke Khel Mein Lyrics – Alka Yagnik, Kumar Sanu
ज़िन्दगी के खेल में कौन
यह जाने के होना हैं क्या
ज़िन्दगी के खेल में कौन
यह जाने के होणा हैं क्या
जो भी होना हैं वह तोह होगा
ना सोच तू क्या होगा
ज़िन्दगी के खेल में कौन
यह जाने के होना हैं क्या
कहा से चले कहा आए हम
हमें ले चले कहा यह कदम
आने वाला हैं जो लम्हा
क्या दिखायेगा
हो अगला मौसम जाने
कैसे गुल खिलाएगा
बदली जो रुत यहाँ तोह
जाने कैसी चलेगी हवा
जो भी होना हैं वह तोह होगा
ना सोच तू क्या होगा
ज़िन्दगी के खेल में कौन
यह जाने के होना हैं क्या
जिसे खेल हम समझते रहे
जिसे खेल हम समझते रहे
पता यह चला के वह प्यार हैं
कल जो अपना रास्ता था
अब्ब वह मंज़िल हैं
ओ कल की सारी दुनियादारी
आज बसमे हैं
देखो हम दोनों से होना हैं
सारा जमाना खफा
जो भी होना हैं वह तोह होगा
ना सोच तू क्या होगा
ज़िन्दगी के खेल में कौन
यह जाने के होना है क्या.
Yeh jane ke hona hain kya
Zindagi ke khel mein kaun
Yeh jane ke hona hain kya
Jo bhi hona hain woh toh hoga
Naa soch tu kya hoga
Zindagi ke khel mein kaun
Yeh jane ke hona hain kya
Kaha se chale, kaha aaye ham
Kaha se chale, kaha aaye ham
Hame le chale kaha yeh kadam
Aane vala hain jo lamha
Kya dikhayega
Ho agala mausam jane
Kaise gul khilayega
Badali jo rut yaha toh
Jane kaisi chalegi hava
Jo bhi hona hain woh toh hoga
Naa soch tu kya hoga
Zindagi ke khel mein kaun
Yeh jane ke hona hain kya
Jise khel ham samajhate rahe
Jise khel ham samajhate rahe
Pata yeh chala ke woh pyar hain
Kal jo apna rasta tha
Abb woh manzil hain
O kal ki saari duniya daari
aaj basme hain
Dekho ham dono se hona hain
Sara jamana khafa
Jo bhi hona hain woh toh hoga
Naa soch tu kya hoga
Zindagi ke khel mein kaun
Yeh jane ke hona hai kya.