Zara Kareeb Aa Lyrics – Sonu Nigam, Yamini Ghantasala
Halka halka suroor hai
Aankho mein kuch fitoor hai
Yaara tera sath chahiye
Lamha lamha jagke
Jee le mere saath mein
Ek mukm’mal raat chahiye
Ye jo suroor vase hai
Yehi chahto ki fasal hai
Chalak raha hai pyar se ye dil bhara bhara
Zara zara zara zara
Qareeb aa zara zara
Zara zara zara zara
Qareeb aa…
Tu saaye ki jheel hai
Khudme mujhe utar le
Main tera hee wajood hoon
Tujme main maujud hoon
Saath mujhe tu gujar le
Aaja meri baaho mein
Bhar loo tujko saanso mein
Zindagi main bana loon tujhe
Ye jo suroor vase hai
Yehi chahto ki fasal hai
Chalak raha hai pyar se ye dil bhara bhara
Zara zara zara zara
Qareeb aa zara zara
Zara zara zara zara
Qareeb aa…
हल्का हल्का सुरूर है
आँखों में कुछ फितूर है
यारा तेरा साथ चाहिए
लम्हा लम्हा जगके
जी ले मेरे साथ में
एक मुकम’मल रात चाहिए
येही चाहतो की फसल है
चालक रहा है प्यार से ये दिल भरा भरा
ज़रा ज़रा ज़रा ज़रा
क़रीब आ ज़रा ज़रा
ज़रा ज़रा ज़रा ज़रा
क़रीब आ …
मैं सूरज हूँ धुप का
तू साये की झील है
खुदमे मुझे उतार ले
मैं तेरा ही वजूद हूँ
तुजमे मैं मौजूद हूँ
साथ मुझे तू गुजार ले
आजा मेरी बाहो में
भर लू तुझको साँसों में
ज़िन्दगी मैं बना लूँ तुझे
ये जो सुरूर वसे है
येही चाहतो की फसल है
चालक रहा है प्यार से ये दिल भरा भरा
ज़रा ज़रा ज़रा ज़रा
क़रीब आ ज़रा ज़रा
ज़रा ज़रा ज़रा ज़रा
क़रीब आ …