Ye Baat Bade Hi Raaz Ki Hai Lyrics – Asha Bhosle, Lata Mangeshkar
ये बात बड़े ही राज की है
ये बात बड़े ही राज की है
ये बात ज़माना क्या जाने
ये बात बड़े ही राज की है
ये बात ज़माना क्या जाने
जो गम है शम के सीने में
वो गम परवाना क्या जाने
वो गम परवाना क्या जाने
वो गम परवाना क्या जाने
ये बात बड़े ही राज की है
गम होता अगर तेरे दिल में
तेरे दिल में जी तेरे दिल में
गम होता अगर तेरे दिल में
तो हमको जलती क्यों क्षमा
तो हमको जलती क्यों क्षमा
जो आग लगाना सीखा हो
जो आग लगाना सीखा हो
वो आग बुझाना क्या जाने
वो आग बुझाना क्या जाने
वो आग बुझाना क्या जाने
ये बात बड़े ही राज की है
अगर दवा है उल्फत का
तो रखो पास उल्फ़त भी
जिनका इश्क सच्चा है
गेम दिल किसे कहते है
मोहब्बात करने वालो की
यही तो शान होती है
शमा की तरह जलते है
मगर ख़ामोश रहते है
ये राज़ है मेरी महफ़िल का
ये राज़ है मेरी महफ़िल का
कोई बेगाना क्या जाने
कोई बेगाना क्या जाने
अजी कोई बेगाना क्या जाने
जो गम है शम के सीने में
वो गम परवाना क्या जाने
ये बात बड़े ही राज की है
अगर उल्फ़त न होती ये
सीना चाक क्यों होता
तीरे ही आग में परवाना
जल कर खाक क्यों होता
तेरी महफ़िल में यु तो और
भी दीवाने आते है
पर अपनी जान देने को
फकत परवाने आते है
अगर हम न होते हो तू भी न होती
अगर हम न होते हो तू भी न होती
अगर गुल न होते हो गु भी न होती
अगर गुल न होते हो गु भी न होती
तेरे हुस्न का नाज़ है परवाना
तेरे इश्क़ का नाज़ है परवाना
तेरे हुस्न का नाज़ है परवाना
तेरे इश्क़ का नाज़ है परवाना
तेरा सोज़ है साज़ है परवाना
तेरी आवाज़ है परवाना
तेरा सोज़ है साज़ है परवाना
तेरी आवाज़ है परवाना
तेरी आन बान है परवाना
तेरी शान शान है परवाना
तेरी आन बान है परवाना
तेरी शान शान है परवाना
परवाना परवाना परवाना
मगर फिर भी हसरत है
हुआ दिल जिसपे दीवाना
उसी बेदर्द शाम से
हमें समझा है बेगाना
के जो आग लगाना सीखा हो
वो आग बुझाना क्या जाने
वो आग बुझाना क्या जाने
वो आग बुझाना क्या जाने
ये बात बड़े ही राज की है
न तो हुस्न है काम न तो इश्क़ है काम
जब दोनों मिले तो प्यार बना
जब दोनों मिले तो प्यार बना
गुल भी थे कही बुलबुल भी कई
जब दोनों मिले गुलजार बना
जब दोनों मिले गुलजार बना
जब तक ये दुनिआ कायम है
उल्फत का रहेगा अफ़साना
उल्फत का रहेगा अफ़साना
जब जब भी शमा रोशन होगी
आता ही रहेगा परवाना
आता ही रहेगा परवाना
तेरा हुस्न रहे
तेरा हुस्न रहे मेरा इश्क़ रहे
और प्यार भरी तकरार रहे
और प्यार भरी तकरार रहे
चाहे मैं न रहूँ
चाहे मैं न रहूँ
चाहे तू न रहे
पर जिन्दा हमारा प्यार रहे
पर जिन्दा हमारा प्यार रहे
जिस दिल में किसी का इश्क़ न हो
वो ये अफसाना क्या जाने
वो ये अफसाना क्या जाने
वो ये अफसाना क्या जाने
ये बात बड़े ही राज की है
ये बात ज़माना क्या जाने.
Ye baat bade hi raz ki hai
Ye baat bade hi raz ki hai
Ye baat zamana kya jane
Ye baat bade hi raz ki hai
Ye baat zamana kya jane
Jo gum hai sham ke sine me
Wo gum parwana kya jane
Wo gum parwana kya jane
Wo gum parwana kya jane
Ye baat bade hi raz ki hai
Gum hota agar tere dil me
Tere dil me ji tere dil me
Gum hota agar tere dil me
To hamko jalati kyu shama
To hamko jalati kyu shama
Jo aag lagana sikha ho
Jo aag lagana sikha ho
Wo aag bujhana kya jane
Wo aag bujhana kya jane
Wo aag bujhana kya jane
Ye baat bade hi raz ki hai
Agar dawa hai ulfat ka
To rakho pas ulfat bhi
Jinka ishq sacha hai
Game dil kise kahte hai
Mohabbaat karne walo ki
Yahi to shan hoti hai
Shama ki tarah jalte hai
Magar khamosh rahte hai
Ye raz hai meri mahfil ka
Ye raz hai meri mahfil ka
Koi begana kya jane
Koi begana kya jane
Aji koi begana kya jane
Jo gum hai sham ke sine me
Wo gum parwana kya jane
Ye baat bade hi raz ki hai
Agar ulfat na hoti ye
Sina chak kyu hota
Teere hi aag me parwana
Jal kar khak kyu hota
Teri mahfil me yu to or
Bhi deewane aate hai
Par apni jan dene ko
Fakat parwane aate hai
Agar hum na hote ho tu bhi na hoti
Agar hum na hote ho tu bhi na hoti
Agar gul na hote ho gu bhi na hoti
Agar gul na hote ho gu bhi na hoti
Tere husn ka naz hai parwana
Tere ishq ka naz hai parwana
Tere husn ka naz hai parwana
Tere ishq ka naz hai parwana
Tera soz hai saz hai parwana
Teri aawaz hai parwana
Tera soz hai saz hai parwana
Teri aawaz hai parwana
Teri aan ban hai parwana
Teri shan shan hai parwana
Teri aan ban hai parwana
Teri shan shan hai parwana
Parwana parwana parwana
Magar phir bhi hasrat hai
Hua dil jispe deewana
Usi bedard sham se
Hame samjha hai begana
Ke jo aag lagana sikha ho
Wo aag bujhana kya jane
Wo aag bujhana kya jane
Wo aag bujhana kya jane
Ye baat bade hi raz ki hai
Na to husn hai kam na to ishq hai kam
Jab dono mile to pyar bana
Jab dono mile to pyar bana
Gul bhi the kahi bulbul bhi kayi
Jab dono mile guljar bana
Jab dono mile guljar bana
Jab tak ye dunia kayam hai
Ulfat ka rahega afsana
Ulfat ka rahega afsana
Jab jab bhi shama roshan hogi
Aata hi rahega parwana
Aata hi rahega parwana
Tera husn rahe
Tera husn rahe mera ishq rahe
Or pyar bhari takrar rahe
Or pyar bhari takrar rahe
Chahe mai na rahu
Chahe mai na rahu
Chahe tu na rahe
Par jinda hamara pyar rahe
Par jinda hamara pyar rahe
Jis dil me kisi ka ishq na ho
Wo ye afsana kya jane
Wo ye afsana kya jane
Wo ye afsana kya jane
Ye baat bade hi raz ki hai
Ye baat zamana kya jane.