Woh Kehte Hain Hum Se Lyrics – Nitin Mukesh Chand Mathur
वह कहते है हमसे
वह कहते है हमसे
अभी उम्र नहीं है प्यार की
नाड़ा है वो क्या जाने
कब कली खिली बहार की
वह कहते है हमसे
अभी उम्र नहीं है प्यार की
नाड़ा है वो क्या जाने
कब कली खिली बहार की
वह कहते है हमसे
बदली झुकि पर्वत पर
भरे चमन में डोले
बदली झुकि पर्वत पर
भरे चमन में डोले
बुलबुल फूलो से बोले
मौजम है मिलान का
मौजम है मिलान का
ये घडी नहीं तक्रार की
नाड़ा है वो क्या जाने
कब कली खिली बहार की
वह कहते है हमसे
कम सीन हो या जवा हो
जब प्यार जागता है
कम सीन हो या जवा हो
जब प्यार जागता है
कब उम्र देखता है दिल का जाना
दिल का आ जाना
ये बात नहीं इख्तयार की
नाड़ा है वो क्या जाने
कब कली खिली बहार की
वह कहते है हमसे
धरती के साथ अम्बार
चंदा के साथ टारे
धरती के साथ अम्बार
चंदा के साथ टारे
नदिया के संग किनारे
कोई नहीं तनहा
कोई नहीं तनहा
है रीत यही संसारकी
नाड़ा है वो क्या जाने
कब कली खिली बहार की
वह कहते है हमसे
अभी उम्र नहीं है प्यार की
नाड़ा है वो क्या जाने
कब कली खिली बहार की
वह कहते है हमसे.
Woh kahte hai humse
Woh kahte hai humse
Abhi umar nahi hai pyar ki
Nada hai wo kya jane
Kab kali khili bahar ki
Woh kahte hai humse
Abhi umar nahi hai pyar ki
Nada hai wo kya jane
Kab kali khili bahar ki
Woh kahte hai humse
Badli jhuki parwat par
Bhawre chaman mein dole
Badli jhuki parwat par
Bhawre chaman mein dole
Bulbul phoolo se bole
Mauam hai milan ka
Mauam hai milan ka
Ye ghadi nahi takrar ki
Nada hai wo kya jane
Kab kali khili bahar ki
Woh kahte hai humse
Kam sin ho ya jawa ho
Jab pyar jagta hai
Kam sin ho ya jawa ho
Jab pyar jagta hai
Kab umar dekhta hai dil ka jana
Dil ka aa jana
Ye bat nahi ikhtyar ki
Nada hai wo kya jane
Kab kali khili bahar ki
Woh kahte hai humse
Dharti ke sath ambar
Chanda ke sath tare
Dharti ke sath ambar
Chanda ke sath tare
Nadiya ke sang kinare
Koi nahi tanha
Koi nahi tanha
Hai reet yahi sansarki
Nada hai wo kya jane
Kab kali khili bahar ki
Woh kahte hai humse
Abhi umar nahi hai pyar ki
Nada hai wo kya jane
Kab kali khili bahar ki
Woh kahte hai humse.