Tum Jabse Mil Kar Lyrics – Mukesh Chand Mathur (Mukesh)
तुम जबसे मिल कर छूट गए
जीवन के सहारे टूट गए
तुम जबसे मिल कर छूट गए
जब फूल दिलो के खिलते थे
जब फूल दिलो के खिलते थे
जब छिप कर हम तुम मिलते थे
जब छिप कर
जब छिप कर हम तुम मिलते थे
वो चांदनी रातें बीत गयी बीत गयी
वो चांदनी रातें बीत गयी
वो चाँद सितारे टूट गए
तुम जबसे मिल कर छूट गए
क्या कीमत है इस आंसु की
तुम क्या समझो तुम क्या जानो
तुम क्या जानो
पलकों पे गिरे थे जो मोटी
दमन से हमारे टूट गए
तुम जबसे मिल कर छूट गए
क्यों भूल गए तुम बीते दिन बीते दिन
क्यों भूल गए तुम बीते दिन
क्या जी के करेंगे हम तुम बिन
क्या जी के करेंगे हम तुम बिन
ख्वाबो के सहारे जीते है
ख्वाबो के सहारे टूट गए
तुम जबसे मिल कर छूट गए.
Tum jabse mil kar chhut gaye
Jeevan ke sahare tut gaye
Tum jabse mil kar chhut gaye
Jab phool dilo ke khilte the
Jab phool dilo ke khilte the
Jab chhip kar hum tum milte the
Jab chhip kar
Jab chhip kar hum tum milte the
Wo chandani rate beet gayi beet gayi
Wo chandani rate beet gayi
Wo chand sitare tut gaye
Tum jabse mil kar chhut gaye
Kya kimat hai is aasu ki
Tum kya samjho tum kya jano
Tum kya jano
Palko pe gire the jo moti
Daman se hamare tut gaye
Tum jabse mil kar chhut gaye
Kyu bhul gaye tum beete din beete din
Kyu bhul gaye tum beete din
Kya jee ke karenge hum tum bin
Kya jee ke karenge hum tum bin
Khwabo ke sahare jeete hai
Khwabo ke sahare tut gaye
Tum jabse mil kar chhut gaye.