Tum Itni Sundar Ho Lyrics – K. J. Yesudas (Kattassery Joseph Yesudas), Preeti Sagar
तुम इतनी सुंदर हो
सारी दुनिया दीवानी होगी
ये सुरु हुई तुमसे तुम्ही
पैर ख़तम कहानी होगी
आहा तुम इतनी सुंदर हो
सारी दुनिया दीवानी होगी
ये सुरु हुई तुमसे तुम्ही
पैर ख़तम कहानी होगी
आहा तुम इतनी सुंदर हो
गोरे बदन की ख़ुशबू ऐसी
कस्तूरी जैसे महके
गोरे बदन की ख़ुशबू ऐसी
कस्तूरी जैसे महके
होठ तुम्हारे सिन्दूरी
अंगारा जैसे दहके
कोई हूर भी हो तो बहके
देख के तुमको मै क्या
कोई हूर भी हो तो बहके
नयनो के तारिक
होठो के अंगारे
सब कुछ तुम्हारे लिए
पिया सब कुछ तुम्हारे लिए
आहा तुम इतनी सुंदर हो
सारी दुनिया दीवानी होगी
ये सुरु हुई तुमसे तुम्ही
पैर ख़तम कहानी होगी
आहा तुम इतनी सुंदर हो
शोले से पिघल जाती है
कोई माँ की मूरत जैसे
शोले से पिघल जाती है
कोई माँ की मूरत जैसे
साथ तुम्हारा पाकर
मन मेरा पिगले ऐसे
हो सामने रूप का सागर
फिर सम्भाले कोई कैसे
हो सामने रूप का सागर
फिर सम्भाले कोई कैसे
आयी हो जो मन में
आजा जीवन में
जीवन को जीवन मिले
मेरे जीवन को जीवन मिले
आहा तुम इतनी सुंदर हो
सारी दुनिया दीवानी होगी
ये सुरु हुई तुमसे तुम्ही
पर ख़तम कहानी होगी.
Sari duniya diwani hogi
Ye suru hui tumse tumhi
Per khatam kahani hogi
Aaha tum itni sundar ho
Sari duniya diwani hogi
Ye suru hui tumse tumhi
Per khatam kahani hogi
Aaha tum itni sundar ho
Gore badan ki khusbu aisi
Kasturi jaise mahake
Gore badan ki khusbu aisi
Kasturi jaise mahake
Hoth tumhare sinduri
Angara jaise dahake
Dekh ke tumko main kya
Koi hur bhi ho to bahake
Dekh ke tumko main kya
Koi hur bhi ho to bahake
Nayano ke tarik
Hotho ke angare
Sab kuch tumhare liye
Piya sab kuch tumhare liye
Aaha tum itni sundar ho
Sari duniya diwani hogi
Ye suru hui tumse tumhi
Per khatam kahani hogi
Tum itni sundar ho
Shole se pigal jaati hai
Koi mor ki murat jaise
Shole se pigal jati hai
Koi mor ki murat jaise
Sath tumhara paakar
Man mera pigale aise
Ho samne roop ka sagar
Fir sambhale koi kaise
Ho samne roop ka sagar
Phir sambhale koi kaise
Aayi ho jo mann main
Aaja jivan main
Jivan ko jivan mile
Mere jivan ko jivan mile
Aaha tum itni sundar ho
Sari duniya diwani hogi
Ye suru hui tumse tumhi
Par khatam kahani hogi.