Tum Hamse Milo Lyrics – Lata Mangeshkar
लोगो को मंज़ूर नहीं, मंजूर नहीं
तुम हमसे मिलो हम तुमसे मिले
ये लोगो को मंज़ूर नहीं, मंजूर नहीं
वो बात बहला फिर कैसे हो
जो दुनिया का दश्तूर नहीं
दश्तूर नहीं
होठों पे हँसी न किये अपने
अष्कों को छुपाया है हमने
आँखे भी चुराई है हमने
दमन भी बचाया है हमने
ये याद रहे लेकिन तुमको
मजबूर है हम मगर
मगरूर नहीं, मगरूर नहीं
तुम हमसे मिलो हम तुमसे मिले
लोगो को मंज़ूर नहीं
दुनिया की दीवारें लेकिन
ये उल्फ़त तोड़ ही देती है
ये टूटे दिल टूटे रिश्ते
ये किस्मत जोड़ भी देती है
ओ हो, जिस दिन हम तुम मिल जायेंगे
वो दिन शायद अब दूर नहीं, दूर नहीं
तुम हमसे मिलो हम तुमसे मिले
लोगो को मंज़ूर नहीं, मंजूर नहीं
वो बात बहला फिर कैसे हो
जो दुनिया का दश्तूर नहीं
दश्तूर नहीं.
Tum humse milo hum tumse mile
Logo ko manzoor nahi, manzoor nahi
Tum humse milo hum tumse mile
Ye logo ko manzoor nahi, manzoor nahi
Wo baat bahla phir kaise ho
Jo duniya ka dashtur nahi
Dashtur nahi
Hotho pe hansi na kiye apne
Ashako ko chhupaya hai humne
Aankhe bhi churayi hai humne
Daman bhi bachaya hai humne
Ye yaad rahe lekin tumko
Majbur hai hum, magar
Magarur nahi, magarur nahi
Tum humse milo hum tumse mile
Logo ko manzoor nahi, manzoor nahi
Ye ulfat tod hi deti hai
Ye tute dil tute rishate
Ye kismat jod bhi deti hai
Oo ho, jis din hum tum mil
Jayenge, wo din shayad ab
Dur nahi, ab dur nahi
Tum humse milo hum tumse mile
Logo ko manzoor nahi, manzoor nahi
Wo bat bahla phir kaise ho
Jo duniya ka dashtur nahi
Dashtur nahi.