Tu Itna Pyaara Kyu Se Lyrics – Meenakshi Panchal
Bhora bhi na badlya julmi
Sabte nyara kyu se
Bhora bhi na badlya julmi
Sabte nyara kyu se
Teri heer bujhe oo ranjhe
Tu itna pyaara kyu se
Teri heer bujhe oo ranjhe
Tu itna pyaara kyu se
Sab kyahe main tu dikhe
Dikhe chadhi kasooti shyat meri
Chhip ke dekhya padchatte main
Ude bhi dikhgi jaat teri
Sab kyahe main tu dikhe
Dikhe chadhi kasooti shyat meri
Chhip ke dekhya padchatte main
Ude bhi dikhgi jaat teri
Kadchhi chimta fukni
Mera chulha haara kyun se
Teri heer bujhe oo ranjhe
Tu itna pyaara kyu se
Teri heer bujhe oo ranjhe
Tu itna pyaara kyu se
Lambi ghetti chodi chhatti
Ankh kasooti lerya se
Haar gayi tera roop dekh
Konse mantar te serya se
Lambi ghetti chodi chhatti
Ankh kasooti lerya se
Haar gayi tera roop dekh
Konse mantar te serya se
Paasang bhi na ghaat kati
Saare ka saara kyun se
Teri heer bujhe oo ranjhe
Tu itna pyaara kyu se
Teri heer bujhe oo ranjhe
Tu itna pyaara kyu se
Ghehu barga rang tera dekhe
Naa dhola na kala se
Jo bhi dekhe nyu bole
Ak maanas ke se chala se
Ghehu barga rang tera dekhe
Naa dhola na kala se
Jo bhi dekhe nyu bole
Ak maanas ke se chala se
Ramesh chahal tu jaan meri
Aankhyan ka taara kyun se
Teri heer bujhe oo ranjhe
Tu itna pyaara kyu se
Teri heer bujhe oo ranjhe
Tu itna pyaara kyu se.
भोरा भी ना बदल्या जुल्मी
सबते न्यारा क्यूँ से
भोरा भी ना बदल्या जुल्मी
सबते न्यारा क्यूँ से
तेरी हीर बुझे ओ रांझे
तू इतना प्यारा क्यूँ से
तेरी हीर बुझे ओ रांझे
तू इतना प्यारा क्यूँ से
सब क्याही मैं तू दिखे
दिखे चढ़ी कसूती श्यात मेरी
छिप के देख्या पड़छत्ते मैं
उड़े भी दिखगी जात तेरी
सब क्याही मैं तू दिखे
दिखे चढ़ी कसूती श्यात मेरी
छिप के देख्या पड़छत्ते मैं
उड़े भी दिखगी जात तेरी
कड़छी चिमटा फुकनी
मेरा चूल्हा हारा क्यूँ से
तेरी हीर बुझे ओ रांझे
तू इतना प्यारा क्यूँ से
तेरी हीर बुझे ओ रांझे
तू इतना प्यारा क्यूँ से
लम्बी घेट्टी चौड़ी छाती
आंख कसूती लेरया से
हार गयी तेरा रूप देख
कोनसे मंतर ते सेर्या से
लम्बी घेट्टी चौड़ी छाती
आंख कसूती लेरया से
हार गयी तेरा रूप देख
कोनसे मंतर ते सेर्या से
पासंग भी ना घाट कती
सारे का सारा क्यूँ से
तेरी हीर बुझे ओ रांझे
तू इतना प्यारा क्यूँ से
तेरी हीर बुझे ओ रांझे
तू इतना प्यारा क्यूँ से
गेहू बर्गा रंग तेरा देखे
ना धोला ना काला से
जो भी देखे न्यू बोले
अक मानस के से चाणा से
गेहू बर्गा रंग तेरा देखे
ना धोला ना काला से
जो भी देखे न्यू बोले
अक मानस के से चाणा से
रमेश चहल तू जान मेरी
आंख्यां का तारा क्यूँ से
तेरी हीर बुझे ओ रांझे
तू इतना प्यारा क्यूँ से
तेरी हीर बुझे ओ रांझे
तू इतना प्यारा क्यूँ से.