Thare Vaaste Lyrics – Divya Kumar
जोश में जला
ज़लज़ला चला
अब रुकेंगे ना हम
डर मिटा चला
सर उठा चला
अब झुकेंगे ना हम
जोश में जला
ज़लज़ला चला
अब रुकेंगे ना हम
डर मिटा चला
सर उठा चला
अब झुकेंगे ना हम
ओ थारे वास्ते रे माडी रे
जान लगा देंगे हम
थारे वास्ते रे माडी रे
दुनिया हिला देंगे हम
जोश में जला
ज़लज़ला चला
अब रुकेंगे ना हम
डर मिटा चला
सर उठा चला
अब झुकेंगे ना हम
जोश में जला
ज़लज़ला चला
अब रुकेंगे ना हम
डर मिटा चला
सर उठा चला
अब झुकेंगे ना हम
आसमा से था फ़ाशला
अब राह पक्की है
यह बात हक की है
फिर से उठा है होसला
ओ थारे वास्ते रे माडी रे..माडी रे
जान लगा देंगे हम
थारे वास्ते रे माडी रे
दुनिया हिला देंगे हम
जोश में जला
ज़लज़ला चला
अब रुकेंगे ना हम
डर मिटा चला
सर उठा चला
अब झुकेंगे ना हम
जोश में जला
ज़लज़ला चला
अब रुकेंगे ना हम
डर मिटा चला
सर उठा चला
अब झुकेंगे ना हम.
Zalzala chalaa
Ab rukenge na hum
Darr mita chalaa
Sar utha chala
Ab jhukenge na hum
Josh mein jalaa
Zalzala chalaa
Ab rukenge na hum
Darr mita chalaa
Sar utha chala
Ab jhukenge na hum
O thare vaaste re maadi re
Jaan lagaa denge hum
Thare vaaste re maadi re
Duniya hila denge hum
Josh mein jalaa
Zalzala chalaa
Ab rukenge na hum
Darr mita chalaa
Sar utha chala
Ab jhukenge na hum
Josh mein jalaa
Zalzala chalaa
Ab rukenge na hum
Darr mita chalaa
Sar utha chala
Ab jhukenge na hum
Ho khwaabon ne jaise ke janjeere pehani thi
Aasma se tha faashla
Ab raah pakki hain
Yeh baat hakk ki hain
Phir se utha hai honshla
O thare vaaste re maadi re..maadi re
Jaan lagaa denge hum
Thare vaaste re maadi re
Duniya hila denge hum
Josh mein jalaa
Zalzala chalaa
Ab rukenge na hum
Darr mita chalaa
Sar utha chala
Ab jhukenge na hum
Josh mein jalaa
Zalzala chalaa
Ab rukenge na hum
Darr mita chalaa
Sar utha chala
Ab jhukenge na hum.