Thahriye Hosh Me Lyrics – Mohammed Rafi, Suman Kalyanpur
अलुन तो चले जाइयेगा
आप को दिल में बिठालूँ
तो चले जाइयेगा
आप को दिल में बिठालूँ
कब तलक रहियेगा यूँ
दूर की चाहत बनके
कब तलक रहियेगा यूँ
दूर की चाहत बनके
दिल में आ जाइये
इक़रार इ मुहब्बत बनके
अपनी तक़दीर बना
लूँ तो चले जाइयेगा
आप को दिल में बिठालूँ
तो चले जाइयेगा
आप को दिल में बिठालूँ
मुझको इक़रार इ मुहब्बत
से हया आती है
मुझको इक़रार इ मुहब्बत
से हया आती है
बात कहते हुए गरदन
मेरी झुक जाती है
देखिये सर को झुका
लूँ तो चले जाइयेगा
देखिये सर को झुका
लूँ तो चले जाइयेगा
है आप को दिल में बिठालूँ
ऐसी क्या शर्म ज़रा
पास तो आने दीजे
ऐसी क्या शर्म ज़रा
पास तो आने दीजे
रुख से बिखरी हुई
ज़ुल्फ़े तो हटाने डीजे
प्यास आँखों की बुझा
लूँ तो चले जाइयेगा
ठहरिए होश में
अलुन तो चले जाइयेगा
आप को दिल में बिठालूँ
तो चले जाइयेगा
आप को दिल में बिठालूँ.
Thahariye hosh me
Aalun to chale jaaiyegaa
Aap ko dil me bithaalun
To chale jaaiyegaa
Aap ko dil me bithaalun
Kab talaq rahiyegaa yun
Dur ki chaahat banake
Kab talaq rahiyegaa yun
Dur ki chaahat banake
Dil me aa jaaiye
Iqaraar e mohabbat banake
Apani taqadir banaa
Lun to chale jaaiyegaa
Aap ko dil me bithaalun
To chale jaaiyegaa
Aap ko dil me bithaalun
Mujhako iqaraar e mohabbat
Se hayaa aati hai
Mujhako iqaraar e mohabbat
Se hayaa aati hai
Baat kahate hue garadan
Meri jhuk jaati hai
Dekhiye sar ko jhukaa
Lun to chale jaaiyegaa
Dekhiye sar ko jhukaa
Lun to chale jaaiyegaa
Haay aap ko dil me bithaalun
Paas to aane dije
Aisi kya sharm zara
Paas to aane dije
Rukh se bikhari hui
Zulfe to hataane dije
Pyaas aankho ki bujhaa
Lun to chale jaaiyegaa
Thahariye hosh me
Aalun to chale jaaiyegaa
Aap ko dil me bithaalun
To chale jaaiyegaa
Aap ko dil me bithaalun.