Soneya Lyrics – Asim Azhar
अगर नहीं था तू होना मेरा
केह देता इक दफा
कैसे मैं चाहूँ किसी और को
काबिल ही ना रहा
ओ सोणेया क्यूँ तोड़ेया
दिल इक्को सी मेरा
ओ सोणेया क्यूँ तोड़ेया
की कित्ता मैं तेरा
मैं कैसे
तुझसे जुदा रेह सकूँ
मैं कैसे
तुमको पराया कहूँ
माने ना
दिल केहता मेरा है तू
है मुझे जाने क्यूँ
तेरे वादो पे एतबार
ना होना तेरा
लगता है इस तरहा
जैसे बारिश हवा की तरहा
जाए बरसे बिना
ओ सोणेया क्यूँ तोड़ेया
दिल इक्को सी मेरा
ओ सोणेया क्यूँ तोड़ेया
की कित्ता मैं तेरा
क्यूँ जीते जी
सौ सौ दफा मैं मरूँ
बिन तेरे
जी के बता क्या करूँ
कैसे यूं
खुश है मेरा बिना अब तू
प्यार में दोनों थे
क्यूँ निभाएँ अकेले ही हम
क्यूँ वफाओं की किस्से अधूरे रहे
तेरी साँसों को हम ना ज़रूरी रहे
जीने के वास्ते जो हमें चाहिए
सब मिला क्यूँ उस्सी से ही दूर रहे
सर झुकाके मनाए है देरोहरम
मांगा मुफलिस की तरहा है तुझको सनम
बाकी है आरज़ू जब तलक है ये दम
हारी है मंज़िले जारी है ये कदम
क्यूँ वफाओं की किस्से अधूरे रहे
तेरी साँसों को हम ना ज़रूरी रहे
जीने के वास्ते जो हमें चाहिए
सब मिला क्यूँ उस्सी से ही दूर रहे
सर झुकाके मनाए है देरोहरम
मांगा मुफलिस की तरहा है तुझको सनम
बाकी है आरज़ू जब तलक है ये दम
हारी है मंज़िले जारी है ये कदम.
Agar nahi tha tu hona mera
Keh deta ik dafa
Kaise main chahun kisi aur ko
Kaabil hi na raha
Dil ikko si mera
O soneya kyun todeya
Ki kitta main tera
Main kaise
Tujhse juda reh sakun
Main kaise
Tumko paraya kahun
Maane na
Dil kehta hai mera hai tu
Hai mujhe jaane kyun
Tere vaado pe aitbar
Safar mein mere
Na hona tera
Lagta hai is tarha
Jaise baarish hawa ki tarha
Jaye barse bina
O soneya kyun todeya
Dil ikko si mera
O soneya kyun todeya
Ki kitta main tera
Kyun jeetay jee
Sau sau dafa main marun
Bin tere
Jee ke bata kya karun
Kaise yun
Khush hai mere bina ab tu
Pyar mein dono the
Kyun nibhaen akele hi hum
Kyun wafaon ki kisse adhoore rahe
Teri saanson ko hum na zaroori rahe
Jeene ke vaaste jo humein chahiye
Sab mila kyun ussi se hi door rahe
Sar jhukake manaye hain dair-o-haram
Maanga muflis ki tarha hai tujhko sanam
Baaki hai aarzoo jab talak hai ye dum
Haari hai manzile jaari hai ye kadam
Kyun wafaon ki kisse adhoore rahe
Teri saanson ko hum na zaroori rahe
Jeene ke vaaste jo humein chahiye
Sab mila kyun ussi se hi door rahe
Sar jhukake manaye hain dair-o-haram
Maanga muflis ki tarha hai tujhko sanam
Baaki hai aarzoo jab talak hai ye dum
Haari hai manzile jaari hai ye kadam.