Sirf Tu Lyrics – Armaan Malik
Likhta hai yaara sirf tu
Dekhun main chahe jise
Dikhta hai yaara sirf tu
Mere hi andar panna panna
khulta hai yaara sirf tu
Dil ki talashi kitni dafa li
Milta hai yaara sirf tu
Sirf tu, sirf tu, sirf tu, sirf tu
Sirf tu, sirf tu, sirf tu, sirf tu
Din khile ya kabhi shaam dhale
Rehna tu mere saath
Tu jo hai toh meri saans chale
Kyun jiyun tere baad
Sirf tu duaon sa aaye
Mere honto pe sirf tu
Sirf tu lakeeron sa likha
Mere haatho pe sirf tu
Mere hi andar panna panna
khulta hai yaara sirf tu
Dil ki talashi kitni dafa li
Milta hai yaara sirf tu
Sirf tu, sirf tu, sirf tu, sirf tu
Sirf tu, sirf tu, sirf tu, sirf tu
Bewajah tu mujhe aake mila
Aa mila jaane kyun?
Ban gaya tu jeene ki wajah
Ban gaya jaane kyun?
Sirf tu iradon mein yaara
Mere har dafa sirf tu
Sirf tu murado mein yaara
Meri baarha sirf tu
Mere hi andar panna panna
khulta hai yaara sirf tu
Dil ki talashi kitni dafa li
Milta hai yaara sirf tu
Sirf tu, sirf tu, sirf tu, sirf tu
Sirf tu, sirf tu, sirf tu, sirf tu.
आँखों में सपने मेरी
लिखता है यारा सिर्फ़ तू
देखूँ मैं चाहे जिसे
दिखता है यारा सिर्फ़ तू
मेरे ही अंदर पन्ना पन्ना
खुलता है यारा सिर्फ़ तू
दिल की तलाशी कितनी दफ़ा ली
मिलता है यारा सिर्फ़ तू
सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..
सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..सिर्फ़ तू..
दिन खिले या कभी
शाम ढले
रहना तू मेरे साथ
तू जो है तो मेरी साँस चले
क्यूँ जियूँ तेरे बाद
सिर्फ़ तू दूवाओं सा आए
मेरे होंठों पे सिर्फ़ तू
हाथों पे सिर्फ़ तू
मेरे ही अंदर पन्ना पन्ना
खुलता है यारा सिर्फ़ तू
दिल की तलाशी कितनी दफ़ा ली
मिलता है यारा सिर्फ़ तू
सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..
सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..
बेवजह तू मुझे आ की मिला
आ मिला जाने क्यूँ
बन गया तू जीने की वजह
बन गया जाने क्यूँ
सिर्फ़ तू इरादों में यारा मेरे
हर दफ़ा सिर्फ़ तू
सिर्फ़ तू मुरादों में यारा मेरी
बार्हा सिर्फ़ तू
मेरे ही अंदर पन्ना पन्ना
खुलता है यारा सिर्फ़ तू
दिल की तलाशी कितनी दफ़ा ली
मिलता है यारा सिर्फ़ तू
सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..
सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..सिर्फ़ तू.. सिर्फ़ तू..