Sathi Mere Sun To Zara Lyrics – Alka Yagnik, Kumar Sanu
साथी मेरे सुन तो ज़रा
हाँ मैं सुन रही हूँ बोलो न
तुम चुप क्यों हो गए बोलो बोलो न
साथी मेरे सुन तो ज़रा लेंगे हज़ारों जनम
होंगे जुदा न हम तेरी कसम
होंगे जुदा न हम तेरी कसम
साथी मेरे सुन तो ज़रा
साथी मेरे सुन तो ज़रा
साथी मेरे सुन तो ज़रा लेंगे हज़ारों जनम
होंगे जुदा न हम तेरी कसम
होंगे जुदा न हम तेरी कसम
मेरा यौवन खिल गया
मुझे जीवन मिल गया
टूटेगी न जान ए चमन अब डोरि प्रीत की
तेरे मेरे गीत की
अब तो जिया बस में नहीं
कसमें नहीं रस्में नहीं
खुशियाँ लेके फिर आया मौसम
साथी मेरे सुन तो ज़रा
साथी मेरे सुन तो ज़रा
लेंगे हज़ारों जनम
होंगे जुदा न हम तेरी कसम
होंगे जुदा न हम तेरी कसम
जहिं झना जहिं…
ऐसा हुआ अपना मिलन जैसे धरती से गगन
जैसे चंदा से किरण
ऐसे मिले हम दो बदन जैसे सावन से घटा
जैसे खुशबु से हवा
सपने नए सजने लगे
नगमें नए बजने लगे
अब आओ छेडे मिल के सरगम
साथी मेरे सुन तो ज़रा
साथी मेरे सुन तो ज़रा
लेंगे हज़ारों जनम
होंगे जुदा न हम तेरी कसम
होंगे जुदा न हम तेरी कसम.
Saathi mere sun to zara
Haan main sun rahi hun bolo na
Tum chup kyun ho gaye bolo bolo na
Saathi mere sun to
Zara lenge hazaaron janam
Honge juda na ham teri kasam
Honge juda na ham teri kasam
Saathi mere sun to zara
Saathi mere sun to zara
Saathi mere sun to
Zara lenge hazaaron janam
Honge juda na ham teri kasam
Honge juda na ham teri kasam
Tune mujhe dekha sajan
Mera yauvan khil gaya
Mujhe jivan mil gaya
Tutegi na jaan e chaman ab dori prit ki
Tere mere geet ki
Ab to jiya bas mein nahin
Kasamein nahin rasmein nahin
Khushiyaan leke phir aaya mausam
Saathi mere sun to zara
Saathi mere sun to zara
Lenge hazaaron janam
Honge juda na ham teri kasam
Honge juda na ham teri kasam
Aisa hua apna milan jaise dharati se gagan
Jaise chanda se kiran
Aise mile ham do badan jaise saavan se ghata
Jaise khushbu se hava
Sapane naye sajane lage
Nagamein naye bajane lage
Ab aao chhedein mil ke saragam
Saathi mere sun to zara
Saathi mere sun to zara
Lenge hazaaron janam
Honge juda na ham teri kasam
Honge juda na ham teri kasam.