Sapna Kahun Apna Kahun Lyrics – Kishore Kumar
सपना कहुं अपना कहुं
सपना कहुं अपना कहुं
तुझे क्या मैं कहु मेरे यार
अच्छा तू लगे प्यारा तू लगे
तुझे देख के आये क्यों प्यार
सपना कहुं अपना कहुं
सपना कहुं अपना कहुं
तुझे क्या मैं कहु मेरे यार
अच्छा तू लगे प्यारा तू लगे
तुझे देख के आये क्यों प्यार
मेरे दिल को छू जाता हैं
जब तू मेरे सामने आता हैं
मेरे दिल को छू जाता हैं
यु लगता हैं तेरे मेरा
कोई पिछले जन्म का नाता हैं
दिल को मेरे ारे दिल को मेरे
रहते हैं क्यों हर पल तेरा इंतज़ार
अच्छा तू लगे प्यारा तू लगे
तुझे देख के आये क्यों प्यार
सपना खु अपना कहु
तुझे क्या मैं कहु मेरे यार
अच्छा तू लगे प्यारा तू लगे
तुझे देख के आये क्यों प्यार
इक रोज़ मेरी किस्मत ने अगर
मुझसे न फरेब किया होता
इक रोज़ मेरी किस्मत ने अगर
मुझसे न फरेब किया होता
ये फूल पराये गुलशन का
मेरे आंगन में खिला होता
जहाँ भी रहे
खुश तो रहे तुझसे न रूठे बहार
अच्छा तू लगे प्यारा तू लगे
तुझे देख के आये क्यों प्यार
सपना खु अपना कहुं
तुझे क्या मैं कहु मेरे यार
अच्छा तू लगे प्यारा तू लगे
तुझे देख के आये क्यों प्यार
दिल मुझसे अक्सर ये पूछे
सपने क्यों सपने रहे जाये
मिलते मिलते दो हमराही
क्यों दोराहे पे खो जाये
क्यों याद आता हैं वो सपना
जो सपना पूरा हो न सका
दिल पर ये कैसी चोट लगी
मैं खुल के कभी भी रो न सका
रो न सका मैं रो न सका.
Sapna kahun apna kahun
Sapna kahun apna kahun
Tujhe kya main kahu mere yar
Acha tu lage pyara tu lage
Tujhe dekh ke aaye kyon pyar
Sapna kahun apna kahun
Sapna kahun apna kahun
Tujhe kya main kahu mere yar
Acha tu lage pyara tu lage
Tujhe dekh ke aaye kyon pyar
Mere dil ko chu jata hain
Jab tu mere samne aata hain
Mere dil ko chu jata hain
Yu lagta hain tere mera
Koi pichle janam ka nata hain
Dil ko mere are dil ko mere
Raheta hain kyu har pal tera intzar
Acha tu lage pyara tu lage
Tujhe dekh ke aaye kyon pyar
Sapna khu apna kahu
Tujhe kya main kahu mere yar
Acha tu lage pyara tu lage
Tujhe dekh ke aaye kyon pyar
Ik roz meri kismat ne agar
Mujhse na fareb kiya hota
Ik roz meri kismat ne agar
Mujhse na fareb kiya hota
Ye phul paraye gulshan ka
Mere angan mein khila hota
Jaha bhi rahe, jaha bhi rahe
Khush tu rahe tujhse na ruthe bahar
Acha tu lage pyara tu lage
Tujhe dekh ke aaye kyon pyar
Sapna khu apna kahun
Tujhe kya main kahu mere yar
Acha tu lage pyara tu lage
Tujhe dekh ke aaye kyon pyar
Dil mujhse aksar ye puche
Sapne kyu sapne rahe jaye
Milte milte do hamrahi
Kyu dorahe pe kho jaye
Kyu yad aata hain wo sapna
Jo sapna pura ho na saka
Dil par ye kaisi chot lagi
Main khul ke kabhi bhi ro na saka
Ro na saka main ro na saka.