Roya Re Lyrics – Shiraz Uppal
तन्हाई संगदिल तन्हाई
संग लायी यद् तेरी सान्ग लायी
बार बार वह बहार फिरसे यद् आयी
सूनी सूनी राह दिल की जिसने थी सजायी
तनहा दिल रोया रे दिल
रोया रे रोया रे दिल रोया रे
रोया रे दिल रोया रे
रोया रे दिल रोया रे
तेरी यद् केही निशां
मेरी हर एक चीज में
है तेरी ही परछाईया
तू ही होता है तू ही रहता
है मुझमे हर दम सदा
पास भी तू है दुर भी
तू है यह कैसी खला
यद् बनके अश्क़ तेरी
आँखों में समायी
यद् बनके इक हँसी
होंटो पेह भी आई
तनहा दिल रोया रे दिल
रोया रे रोया रे दिल रोया रे
रोया रे दिल रोया रे
रोया रे दिल रोया रे
चाँद सूरज भी वही
है है वही आसमान
जिंदगी भी चल रही
है चल रहा है जहाँ
मई ही ठहरा हूँ खुद में
सिमटा हो दिल है घुम से भरा
बिन तेरे कैसे जियु मै
कुछ तोह दे मश्वरा
जिंदगानी ऐसी रहगुजर
पेह मुझको लायी
साये से भी अब्ब
तेरे हो गयी जुदाई
तनहा दिल रोया रे दिल
रोया रे रोया रे दिल रोया रे
रोया रे दिल रोया रे
रोया रे दिल रोया रे.
Sang layi yad teri sang layi
Bar bar woh bahar phirse yad aayi
Suni suni rah dil ki jisane thi sajayi
Tanha dil roya re dil
Roya re roya re dil roya re
Roya re dil roya re
Roya re dil roya re
Har taraf bikhare hai
Teri yad kehi nishan
Meri har ek chij me
Hai teri hi parchhayiya
Tu hi hota hai tu hi rehta
Hai mujhme har dum sada
Pas bhi tu hai dur bhi
Tu hai yeh kaisi khala
Yad banke ashk teri
Aankho me samayi
Yad banke ik hansi
Honto peh bhi aayi
Tanha dil roya re dil
Roya re roya re dil roya re
Roya re dil roya re
Roya re dil roya re
Chand suraj bhi wahi
Hai hai wahi aasman
Jindagi bhi chal rahi
Hai chal raha hai jahan
Mai hi thehra hu khud me
Simta hu dil hai ghum se bhara
Bin tere kaise jiyu mai
Kuchh toh de mashwara
Jindagani aisi rehgujar
Peh mujhko layi
Saye se bhi abb
Tere ho gayi judayi
Tanha dil roya re dil
Roya re roya re dil roya re
Roya re dil roya re
Roya re dil roya re.