Rehta Nahin Hai Lyrics – Kavita Krishnamurthy
रहता नहीं है चाँद
कभी चांदनी से दूर
रहता नहीं है चाँद
कभी चांदनी से दूर
क्या आप रह सकेंगे
क्या आप रह सकेंगे
क्या आप रह सकेंगे
मेरी ज़िन्दगी से दूर
रहता नहीं है चाँद
कभी चांदनी से दूर
रहता नहीं है चाँद
कभी चांदनी से दूर
जिस दिन से आप हो गए
है मेरे मेहरबा
ये इश्क माँगता ही
गया मुझसे इम्तिहा
जिस दिन से आप हो गए
है मेरे मेहरबा
ये इश्क माँगता ही
गया मुझसे इम्तिहा
ये इश्क माँगता ही
गया मुझसे इम्तिहा
आशिक तो कोई राह न
सका आशिकी से दूर
आशिक तो कोई राह न
सका आशिकी से दूर
क्या आप रह सकेंगे
क्या आप रह सकेंगे
क्या आप रह सकेंगे
मेरी ज़िन्दगी से दूर
रहता नहीं है चाँद
कभी चांदनी से दूर
दिल था मेरा भुजा
भुजा तनहा थी ज़िन्दगी
पाया करीब आपको
तो पायी है ख़ुशी
दिल था मेरा भुजा
भुजा तनहा थी ज़िन्दगी
पाया करीब आपको
तो पायी है ख़ुशी
पाया करीब आपको
तो पायी है ख़ुशी
और इस खुशी में हो गयी
मै हर किसी से दूर
और इस खुशी में हो गयी
मै हर किसी से दूर
क्या आप रह सकेंगे
क्या आप रह सकेंगे
क्या आप रह सकेंगे
मेरी ज़िन्दगी से दूर
रहता नहीं है चाँद
कभी चांदनी से दूर
रहता नहीं है चाँद
कभी चांदनी से दूर.
Rahta nahi hai chand
Kabhi chandani se dur
Rahta nahi hai chand
Kabhi chandani se dur
Kya ap rah sakenge
Kya ap rah sakenge
Kya ap rah sakenge
Meri zindagi se dur
Rahta nahi hai chand
Kabhi chandani se dur
Rahta nahi hai chand
Kabhi chandani se dur
Jis din se ap ho gaye
Hai mere meharbaa
Ye ishk mangta hi
Gaya mujhse imtiha
Jis din se ap ho gaye
Hai mere meharbaa
Ye ishk mangta hi
Gaya mujhse imtiha
Ye ishk mangta hi
Gaya mujhse imtiha
Aashik to koi rah na
Saka aashiki se dur
Aashik to koi rah na
Saka aashiki se dur
Kya ap rah sakenge
Kya ap rah sakenge
Kya ap rah sakenge
Meri zindagi se dur
Rahta nahi hai chand
Kabhi chandani se dur
Dil tha mera bhuja
Bhuja tanha thi zindagi
Paya karib apko
To payi hai khushi
Dil tha mera bhuja
Bhuja tanha thi zindagi
Paya karib apko
To payi hai khushi
Paya karib apko
To payi hai khushi
Or is khusi me ho gayi
Mai har kisi se dur
Or is khusi me ho gayi
Mai har kisi se dur
Kya ap rah sakenge
Kya ap rah sakenge
Kya ap rah sakenge
Meri zindagi se dur
Rahta nahi hai chand
Kabhi chandani se dur
Rahta nahi hai chand
Kabhi chandani se dur.