Rehbar Lyrics – Yasser Desai
Rehbar banke gumraah tu kar gaya
Humdard banke dard tu de gaya
Rehbar banke gumraah tu kar gaya
Humdard banke dard tu de gaya
Tu hi to aaya tha
Le kar kinaare pe
Hath kyun chhoda
Phir doob gaya
Mausamo ki tarah
Inn lakeeron ki tarah
Mausamo ki tarah
Inn lakeeron ki tarah
Tu bhi badal kyun gaya
Rehbar banke gumraah tu kar gaya
Humdard banke dard tu de gaya
Rehbar banke gumraah tu kar gaya
Humdard banke dard tu de gaya
Aadat lagi hai teri
Chhut ti hi nahi
Dekh na loon jab tak tujhe mein
Dil ko tassali milti nahi
Faisla le liya
Ye kaisa dil ne tere
Samjhaya kyun nahi
Kya hoga bin tere
Rehbar banke gumraah tu kar gaya
Humdard banke dard tu de gaya
Rehbar banke gumraah tu kar gaya
Humdard banke dard tu de gaya.
रहबर बनके गुमराह तू कर गया
हमदर्द बनके दर्द तू दे गया
रहबर बनके गुमराह तू कर गया
हमदर्द बनके दर्द तू दे गया
तू ही तो आया था
ले कर किनारे पे
हाथ क्यूँ छोड़ा
फिर डूब गया
मौसमो की तरह
इन लकीरों की तरह
मौसमो की तरह
इन लकीरों की तरह
तू भी बदल क्यूँ गया
रहबर बनके गुमराह तू कर गया
हमदर्द बनके दर्द तू दे गया
रहबर बनके गुमराह तू कर गया
हमदर्द बनके दर्द तू दे गया
आदत लगी है तेरी
छूटती ही नहीं
देख ना लूँ जब तक तुझे में
दिल को तसल्ली मिलती नहीं
फैसला ले लिया
ये कैसा दिल ने तेरे
समझाया क्यूँ नहीं
क्या होगा बिन तेरे
रहबर बनके गुमराह तू कर गया
हमदर्द बनके दर्द तू दे गया
रहबर बनके गुमराह तू कर गया
हमदर्द बनके दर्द तू दे गया.