Re Mann Lyrics – Shreya Ghoshal
Bheed Hai Khayalon Ki
Ek Akela Mann
Kheechta Disha Disha
Tanav Beraham
Nochti Kharochti Ye Soch Zakhm De
Koi Mere Mann Ko Laga De Marham
So Ja Re
Re Mann Tu Gumsum Gupchup So Ja Re
Re Mann Tu Gumsum Gupchup So Ja Re
Khayalon Se Na Darr
Kal Ki Chhod De Fikar
Khayalon Se Na Darr
Kal Ki Chhod De Fikar
Aaj Neende Ke Andheron Mein Tu Kho Ja Re
Re Mann Tu Gumsum Gupchup So Ja Re
Re Mann Tu Gumsum Gupchup So Ja Re
So Ja Re
Dil Mein Jo Sehma Sehma Dar Hai Ya Malaal Hai
Dil Mein Jo Sehma Sehma Dar Hai Ya Malaal Hai
Sach Kahoon Jo Bhi Hai Wo Sirf Ik Khayal Hai
Tere Hi Tasavvuron Ka Khokhla Kamal Hai
Muskuraan Muskuraan
Kyon Dard Ki Ladiyaan Pirota Re
Khol De Tu Iss Ghadi Sukoon Ka Jharokha Re
Khayalon Se Na Darr
Kal Ki Chhod De Fikar
Khayalon Se Na Darr
Kal Ki Chhod De Fikar
Aaj Neende Ke Andheron Mein Tu Kho Ja Re
Re Mann Tu Gumsum Gupchup So Ja Re
Re Mann Tu Gumsum Gupchup So Ja Re
So Ja Re
Ke Palkon Ki Do Khidkiyan Tu Haule Band Kar Le
Ke Dhadkano Ki Thapkiyon Se Tu Zara Sawar Le
Saanson Ki Sun Le Lori Palne Ki Jaise Dori
Tu Hi Saathi Tera Khud Se Tu Thoda Pyar Aur Dulaar Kar Ja Re
So Ja Re
Re Mann Tu Gumsum Gupchup So Ja Re
Re Mann Tu Gumsum Gupchup So Ja Re
So Ja Re
Khayalon Se Na Darr
Kal Ki Chhod De Fikar
Khayalon Se Na Darr
Kal Ki Chhod De Fikar
Aaj Neende Ke Andheron Mein Tu Kho Ja Re
Re Mann Tu Gumsum Gupchup So Ja Re
यहाँ भीड़ है खयालों की
एक अकेला मन
खींचता दिशा दिशा
तनाव बेरहम
नोचती खरोंचती ये सोच ज़ख्म दे
कोई मेरे मन को लगा दे मरहम
सो जा रे
रे मन तू गुमसुम गुपचुप सो जा रे
रे मन तू गुमसुम गुपचुप सो जा रे
खयालों से ना डर
कल की छोड़ दे फिक्र
खयालों से ना डर
कल की छोड़ दे फिक्र
आज नींद के अंधेरों में तू खो जा रे
रे मन तू गुमसुम गुपचुप सो जा रे
रे मन तू गुमसुम गुपचुप सो जा रे
सो जा रे
दिल में जो सहमा सहमा डर है या मलाल है
दिल में जो सहमा सहमा डर है या मलाल है
सच कहूँ जो भी है वो सिर्फ़ एक खयाल है
तेरे ही तसव्वुरों का खोखला कमाल है
मुस्कुरा मुस्कुरा
क्यों दर्द की लड़ियाँ पिरोता रे
खोल दे तू इस घड़ी सुकून का झरोखा रे
खयालों से ना डर
कल की छोड़ दे फिक्र
खयालों से ना डर
कल की छोड़ दे फिक्र
आज नींद के अंधेरों में तू खो जा रे
रे मन तू गुमसुम गुपचुप सो जा रे
रे मन तू गुमसुम गुपचुप सो जा रे
सो जा रे
कि पलकों की दो खिड़कियाँ तू हौले बंद कर ले
कि धड़कनों की थपकियों से तू ज़रा सवार ले
साँसों की सुन ले लोरी पलने की जैसे डोरी
तू ही साथी तेरा खुद से तू थोड़ा प्यार और दुलार कर जा रे
सो जा रे
रे मन तू गुमसुम गुपचुप सो जा रे
रे मन तू गुमसुम गुपचुप सो जा रे
सो जा रे
खयालों से ना डर
कल की छोड़ दे फिक्र
खयालों से ना डर
कल की छोड़ दे फिक्र
आज नींद के अंधेरों में तू खो जा रे
रे मन तू गुमसुम गुपचुप सो जा रे