Ranjhana Lyrics – Rajat Sharma, Ruhika Rao
See the stars in your gate’s
Let’s them right your way
Come home! Come home!
I see that you run’s away
Should i pick you hallfway
Let’s me know let me know
Let’s me know let me know
Dill kaa hal mere samajh lee tuu
Aab man k taar tune chede hayi
Joo sab naa sataa
Aab tuu a bhi jaa ranjhana
Aab tuu a bhi jaa ranjhana ve mahiyaa
Dill k sawal ohh kaa mere ek hi javab tuu
Dhup mayi chav ussi peheli barsat jaisi tuu hayi
Dill k sawal ohh kaa mere ek hi javab tuu
Watch me back’s this gaze
I can here you say
Come home! Come home!
You are the chess’s
Love is know’s fair me know
Me know i knowi know
Dill kaa haal meraa samjh le tuu
Aab manke tar tune chare hayi johh sab
Naa sataa ab tuu a bhi jaa ranjhana
Aab tuu a bhi jaa ranjhana ve mahi aaaa
Batti thi jaruri kuch adhuri rehh gyi
Pass tohh a gya tha humm firvi duri rehh gyi
Bolu sach tohh aab mayi duri yaa mitaa dungaa
Swapne dekhe tere puri kaar javungaa
Mere rooh mayi sas aur libas bhi hayi tuu
Aur shabad kaha se laungaa haar alfaaz bhi tuu
Anjaam hayi meraa agaz v hayi tuu
Aur shabad kaha se laungaa haar alfaaz bhi tuu
Meri subah meri haar saam raat ee bhi tuu hayi
Dill k sawal ohh kaa mere ek hi jawab tuu
Dhup mayi chaw ussi peheli barsaat jaisi tuu hayi
Dill k sawal ohh kaa mere ek hi jawab tuu
Dill kaa hal mere samajh lee tuu
Aab man k taar tune chede hayi
Joo sab naa sataa
Aab tuu a bhi jaa ranjhana.
सी ध स्टारस इन योर गेट्स
लेट्स धेम राइट योर वे
कम होम कम होम
आइ सी धेट यू रन्स अवे
शौल्ड आई पीक यू हल्फवे
लेट्स मी नो लेट मी नो
लेट्स मी नो लेट मी नो
दिल का हाल मेरा समझ ले तू
अब मन के तार तूने छेड़े है
जो सब ना सता
अब तू आ भी जा रांझणा
अब तू आभी जा रांझणा वे माहिया
मेरी सुबह मेरी हर शाम रात ए भी तू है
दिल के सवाल ओह का मेरे ईक ही जवाब तू
धूप मे छाँवसी पहली बरसात जैसी तू है
दिल्ल के सवाल ओ का मेरे एक ही जवाब तू
आइ केन हेरे यू से
कम होम कम होम
यू आर थे चेस्स
लव इस क्नौस फेर मी नो
मी नो आइ नो नो
दिल्ल का हाल मेरा समझ ले तू
अब मनके तार तूने छेड़े है जो सब
ना सता अब तू आभि जा रांझणा
अब्ब तू आभि जा रांझणा वे माही आ
बाते थी ज़रूरी कुछ अधूरी रेह गयी
पास तो आ गाया थे हम्म फिरवी दूरी रेह गयी
बोलू सच तो अब दूरी या मिटा दूंगा
स्वपने देखे तेरे पूरी कर जावुंगा
मरे रूह मयी सास और लिबास भी है तू
और शब्द कहा से लाऊँगा हर अलफाज भी तू
अंजाम है मेरा आगाज वी है तू
और शब्द कहा से लाऊँगा हर अलफाज भी तू
मेरी सुबह मेरी हर शाम रात वी भू तू है
दिल्ल के सवाल ओह का मेरे एक ही जवाब तू
धूप मयी छाव उसी पेहली बरसात जैसी तू है
दिल के सवाल ओ का मेरे एक ही जवाब तू
दिल का हाल मेरे समझ ले तू
अब मन के तार छेड़े है
जो सब ना सता
अब तू अभी जा रांझणा.