Phir Aah Dil Se Nikali Lyrics – Zohrabai Ambalewali
फिर आह दिल से निकली
टपका लहू जिगर से
शायद वो जा रहे है
छुपकर मेरी नज़र से
छुपकर मेरी नज़र से
छुपकर मेरी नज़र से
छुपकर मेरी नज़र से
छुपकर मेरी नज़र से
शायद वो जा रहे है
छुपकर मेरी नज़र
मालूम क्या था दिल
पर इक ये सितम भी होगा
आयेगे और आकार
फिर जायेंगे वो दर से
फिर जायेंगे वो दर से
फिर जायेंगे वो दर से
फिर जायेंगे वो दर से
फिर जायेंगे वो दर से
आयेगे और आकार
फिर जायेंगे वो दर से
वो जानते तो होगे
मजबूरियां हमारी
हम जिनको देखते है
हसरत भरी नज़र से
हसरत भरी नज़र से
हसरत भरी नज़र से
हसरत भरी नज़र से
हसरत भरी नज़र से
हम जिनको देखते है
हसरत भरी नज़र से
हम हो गये पराये
अब उनसे वास्ता क्या
कह दे ये उनसे कोई
गुज़ारे ना वो इधर से
गुज़ारे ना वो इधर से
गुज़ारे ना वो इधर से
गुज़ारे ना वो इधर से
गुज़ारे ना वो इधर से
कह दे ये उनसे कोई
गुज़ारे ना वो इधर से.
Phir aah dil se nikali
Tapakaa lahu jigar se
Shaayad wo jaa rahe hai
Chhupakar meri nazar se
Chhupakar meri nazar se
Chhupakar meri nazar se
Chhupakar meri nazar se
Chhupakar meri nazar se
Shaayad wo jaa rahe hai
Chhupakar meri nazar
Maalum kyaa thhaa dil
Par ik ye sitam bhi hogaa
Aayege aur aakar
Phir jaayege wo dar se
Phir jaayege wo dar se
Phir jaayege wo dar se
Phir jaayege wo dar se
Phir jaayege wo dar se
Aayege aur aakar
Phir jaayege wo dar se
Wo jaanate to hoge
Majbooriyan hamaari
Hum jinako dekhate hai
Hasarat bhari nazar se
Hasarat bhari nazar se
Hasarat bhari nazar se
Hasarat bhari nazar se
Hasarat bhari nazar se
Ham jinako dekhate hai
Hasarat bhari nazar se
Hum ho gaye paraaye
Ab unase vaasataa kyaa
Keh de ye unase koi
Guzare naa wo idhar se
Guzare naa wo idhar se
Guzare naa wo idhar se
Guzare naa wo idhar se
Guzare naa wo idhar se
Keh de ye unase koi
Guzare naa wo idhar se.