O Saathiya Lyrics – Armaan Malik, Prakriti Kakar
क्यों है समां ख्वाब सा
ओ साथिया ये वादियाँ
दे रही सदा संग आ
साँसों को थाम ले ज़रा
तू मेरा नाम ले ज़रा
ख्वाबों की है ये दास्ताँ
सुन जरा
आसमान पे चाँद तारे
संग चले हम राही
बादलों पे सागरों पे
हम चले हम राही
ओ ओ ओ..हम राही
हाँ..ओ ओ ओ..हम राही
ओ साथिया इस दिल ने सुन लिया
गीतों से तेरे ये जुबां
ओ साथिया ये वादा किया
अब से संग तेरे कारवां
साँसों को थाम ले ज़रा
तू मेरा नाम ले ज़रा
ख्वाबों की है ये दास्ताँ
सुन जरा
आसमान पे चाँद तारे
संग चले हम राही
बादलों पे सागरों पे
हम चले हम राही
आसमान पे चाँद तारे
संग चले हम राही
बादलों पे सागरों पे
हम चले हम राही
ओ ओ ओ..हम राही
हाँ..ओ ओ ओ..हम राही
ओ ओ ओ..हम राही.
O saathiya yeh kya kiya
Kyu hai sama khwab sa
O sathiya yeh vaadhiya
De rahi sada sang aa
Sanson ko tham le zara
Tu mera naam le zara
Kawabon ki hai ye dastha
Sun zara
Aasman pe chand taarey
Sang jare hum raahi
Badlo pe sagaron pe
Hum chaley hum raahi
O o o..hum rahi
Ha..o o o hum raahi
O saathiya is dil ne sun liya
Geeton se tere yeh jubaan
O saathiya yeh wada kiya
Ab se sang tere kaarwan
Tu mera naam le zara
Kawabon ki hai ye dastha
Sun zara
Aasman pe chand taarey
Sang jare hum rahi
Badlo pe sagaron pe
Hum chaley hum raahi
Aasman pe chand taarey
Sang jare hum rahi
Badlo pe sagaron pe
Hum chaley hum raahi
O o o..hum rahi
Ha..o o o hum rahi
O o o hum rahi.