Mujhe Ishq Sikha Karke Lyrics – Jyotica Tangri
मुझे इश्क़ सिखा करके
रुख मोड़ तो ना लोगे
रखो हाथ मेरे दिल पे
कहो कभी छोड़ तो ना दोगे
मुझे इश्क़ सिखा करके
रुख मोड़ तो ना लोगे
रखो हाथ मेरे दिल पे
कहो कभी छोड़ तो ना दोगे
किसी और के मत होना तुम
जीते जी मैं मर जाउंगी
जो तुमने नज़र फेरी तो
मैं टूट बिखर जाउंगी
बाखुदा तू मेरा
तू मेरा रेहबरा
मायूस कभी हो जाऊं
तो आके हसाना तुम
कभी रूठ गयी तुमसे तो
मुझे आके मनाना तुम
मायूस कभी हो जाऊं
तो आके हसाना तुम
कभी रूठ गयी तुमसे तो
मुझे आके मनाना तुम
सीने से लगाके रखना
धड़कन की तराह हरदम
मेरा इश्क़ रूहानी तुमसे
सुन जज़्ब मेरे हमदम
दिल बोल रहा है तुमसे
साँसों में उतर जाओ
जितना तुम्हें चाहुँ मैं
उतना मुझे तुम चाहो
बाखुदा तू मेरा
तू मेरा रेहबरा
बाखुदा तू मेरा
तू मेरा रेहबरा.
Mujhe ishq sikha karke
Rukh mod to na loge
Rakho hath mere dil pe
Kaho kabhi chhod to na doge
Mujhe ishq sikha karke
Rukh mod to na loge
Rakho hath mere dil pe
Kaho kabhi chhod to na doge
Kisi aur ke mat hona tum
Jeete ji main mar jaungi
Jo tumne nazar pheri to
Main toot bikhar jaungi
Bakhuda tu mera
Tu mera rehbra
Mayus kabhi ho jaaun
To aake hasana tum
Kabhi rooth gayi tumse to
Mujhe aake manana tum
Seene se laga ke rakhna
Dhadkan ki tarah hardum
Mera ishq ruhani tumse
Sunn jazb mere humdum
Dil bol raha hai tumse
Saanson mein utar jao
Jitna tumhe chahun main
Utna mujhe tum chaho
Bakhuda tu mera
Tu mera rehbra
Bakhuda tu mera
Tu mera rehbra.