Mohabbat Hi Na Lyrics – Talat Mahmood
मोहब्बत ही न जो समझे
वो ज़ालिम प्यार क्या जाने
मोहब्बत ही न जो समझे
वो ज़ालिम प्यार क्या जाने
निकलती दिल के तारो से
जो है झाकर क्या जाने
उसे तो क़त्ल करना और
तड़पना ही आता है
उसे तो क़त्ल करना और
तड़पना ही आता है
गाला किसका कटा क्यों कर
कटा तलवार क्या जाने
मोहब्बत ही न जो समझे
वो ज़ालिम प्यार क्या जाने
होगा जहर कातिल से
दवा से फायदा होगा की
होगा जहर कातिल से
मरज की क्या दावा है
यह कोई बिमार क्या जाने
मोहब्बत ही न जो समझे
वो ज़ालिम प्यार क्या जाने
निकलती दिल के तारो से
जो है झाकर क्या जाने
करो फरियाद सर टकराओ
अपनी जान दे डालो
करो फरियाद सर टकराओ
अपनी जान दे डालो
तड़पते दिल की हालत
हुस्न दीवार क्या जाने
तड़पते दिल की हालत
हुस्न दीवार क्या जाने
मोहब्बत ही न जो समझे
वो ज़ालिम प्यार क्या जाने.
Wo zalim pyar kya jaane
Mohabbat hi na jo samjhe
Wo zalim pyar kya jaane
Nikalati dil ke taaro se
Jo hai jhakar kya jaane
Use to qatl karna aur
Tadapana hi aata hai
Use to qatl karna aur
Tadapana hi aata hai
Gala kiska kata kyu kar
Kata talvar kya jaane
Mohabbat hi na jo samjhe
Wo zalim pyar kya jaane
Dawa se fayada hoga ki
Hoga zahare katil se
Dawa se fayada hoga ki
Hoga zahare katil se
Maraj ki kya dawa hai
Yeh koi bimar kya jaane
Mohabbat hi na jo samjhe
Wo zalim pyar kya jaane
Nikalati dil ke taaro se
Jo hai jhakar kya jaane
Karo fariyad sar takarao
Apni jaan de dalo
Karo fariyad sar takarao
Apni jaan de dalo
Tadapte dil ki halat
Husn deewar kya jaane
Tadapte dil ki halat
Husn deewar kya jaane
Mohabbat hi na jo samjhe
Wo zalim pyar kya jaane.