Meri Hasi Lyrics – Aakanksha Sharma, Yasser Desai
मेरी हसी मै छुपे दर्द पेह्चानता है तू
मेरी हसी मे छुपे दर्द पेह्चानता है तू
हर दुआ मै मुझे ही मुझे मांगता है तू
बारीशो मै मेरे अश्क़ पेह्चानता है तू
क्युंकी मुझसे ज्यादा मुझ को जानता है तू
क्युंकी मुझसे ज्यादा मुझ को जानता है तू
क्युंकी मुझसे ज्यादा मुझ को जानता है तू
जैसे के दीन मै उजाले हो
ऐसे जरुरी है मुझको तू
जैसे लबो को जबाने हो
स्याह रातो मै अक्स
पेह्चानता है तू
क्युंकी मुझसे ज्यादा मुझको जानता है तू
क्युंकी मुझसे ज्यादा मुझको जानता है तू
क्युंकी मुझसे ज्यादा मुझको जानता है तू
मेरी हसी मै छुपे दर्द पेह्चानता है तू
हर दुआ मै मुझे ही मुझे मांगता है तू
बारीशो मै मेरे अश्क़ पेह्चानता है तू
क्युंकी मुझसे ज्यादा मुझ को जानता है तू
क्युंकी मुझसे ज्यादा मुझ को जानता है तू
क्युंकी मुझसे ज्यादा मुझ को जानता है तू.
Meri hasi mein chhupe dard pehchanta hai tu
Meri hasi mein chhupe dard pehchanta hai tu
Har dua mein mujhe hi mujhe mangta hai tu
Barisho mein mere ashk pehchanta hai tu
Kyun ki mujhse jyada mujhko jaanta hai tu
Kyun ki mujhse jyada mujhko jaanta hai tu
Aise tu shaamil hai mujhme
Jaise ki din mein ujale ho
Aisi Zaroori hai mujhko tu
Jaise labon ko jabane ho
Shaah rato mein aksh
Pehchata hai tu
Kyun ki mujhse jyada mujhko jaanta hai tu
Kyun ki mujhse jyada mujhko jaanta hai tu
Kyun ki mujhse jyada mujhko jaanta hai tu
Meri hasi mein chhupe dard pehchanta hai tu
Har dua mein mujhe hi mujhe mangta hai tu
Barisho mein mere ashk pehchanta hai tu
Kyun ki mujhse jyada mujhko jaanta hai tu
Kyun ki mujhse jyada mujhko jaanta hai tu
Kyun ki mujhse jyada mujhko jaanta hai tu.