Mehram Lyrics – Arijit Singh
Mera huya mehram tera gham
Mera huya mehram tera gham
Poora huya mujhme jo tha kam
Yeh hosla yeh roshni
Ye hai karam
Meri taraf laya tere
Ye do kadam
Aankhon main hai joh kaapta
Aansu nahi hai raasta
Tujhse hai jo jaakar juda
Manzil huya ya marham
Jita rahe humdum tera gham
Poora huya mujhme jo tha kam
Wada wafa ka hai koyi
Ya hai kasam
Hoga yeh kam na ab kabhi
Hoga khatam
Mera huya mehram tera gham
Poora huya mujhme jo tha kam.
मेरा हुआ मेहरम तेरा ग़म
मेरा हुआ मेहरम तेरा ग़म
पूरा हुआ मुझमे जो था कम
ये हौसला ये रौशनी
ये है करम
मेरी तरफ लाया तेरे
ये दो कदम
आँखों मैं है जो कापता
आंसू नहीं है रास्ता
तुझसे है जो जाकर जुड़ा
मंज़िल हुआ या मरहम
जीता रहे हमदम तेरा ग़म
पूरा हुआ मुझमे जो था कम
वादा वफ़ा का है कोई
या है कसम
होगा ये कम ना अब कभी
होगा ख़तम
मेरा हुआ मेहरम तेरा ग़म
पूरा हुआ मुझमे जो था कम.