Mehfil Me Aane Walo Lyrics – Asha Bhosle
नाजों से पली गुले गुलफाम
हुस्न का आगाज़ इश्क का अंजाम
आ रही है आपकी खातिर
बनारस की सुबह लखनऊ की शाम
चढ़ती जवानी उभारता सबब
करेगा ज़माने की नीयत ख़राब
क़यामत उठेगी गिरेगी बिजलिया
उठेगा जो चेहरे से इश्क़े नकाब
हम सलाम करते है
महफ़िल में आने वालो हम सलाम करते है
महफ़िल में आने वालो हम सलाम करते है
ये ज़िन्दगी ये दिल तुम्हारे नाम करते है
महफ़िल में आने वालो हम सलाम करते है
तेरा हुस्न जिसे पे फ़िदा हो गया
खुदा की कसम वो खुदा हो गया
तुमने हमारे प्यार को मंज़ूर कर लिया
तुमने हमारे प्यार को मंज़ूर कर लिया
एक ज़र्रा ए नवाज़े का ए जनाब सुक्रिया
ए जनाब सुक्रिया खिदमत में
खिदमत में पेश नज़रो के जाम करते है
खिदमत में पेश नज़रो के जाम करते है
ये ज़िन्दगी ये दिल तुम्हारे नाम करते है
महफ़िल में आने वालो हम सलाम करते है
अपने का न रहा बेगाने का न रहा
दिल जिसने भी लगे वो ज़मने का न रहा
चाहत में अब ज़माने की परवाह कीजिये
चाहत में अब ज़माने की परवाह कीजिये
हम जान भी लुटा देंगे मौका तो दीजिये
मौका तो दीजिये लोगो को क्या
लोगो को क्या है लोग तो बदनाम करते है
लोगो को क्या है लोग तो बदनाम करते है
ये ज़िन्दगी ये दिल तुम्हारे नाम करते है
महफ़िल में आने वालो हम सलाम करते है
हुस्न की शामा जलने लगी है
बचके रेह न परवानो
होश उड़ने आई है यह
होश में रेह न दीवानो
शामा से जो टकराये जल के खाक हो गए
शामा से जो टकराये जल के खाक हो गए
खाक हो गए कोई किसी के
दर्दे दिल को मंटा नहीं
हम जल रहे है आग में तू जानता नहीं
परवाने तेरी मत का फरमान लाये है
शमा हमारा नाम है पहचानता नहीं
शामा से जो टकराये जल के खाक हो गए
नामो निशान भी न रहा यु राख हो गया
परवानो का हम ऐसे कत्ले आम करते है
परवानो का हम ऐसे कत्ले आम करते है
ये ज़िन्दगी ये दिल तुम्हारे नाम करते है
महफ़िल में आने वालो हम सलाम करते है
महफ़िल में आने वालो हम सलाम करते है
हम सलाम करते है हम सलाम करते है.
Nazo se pali gule gulfam
Husn ka agaz ishk ka anzam
Aa rahi hai aapki khatir
Banaras ki subah lucknow ki sham
Chadti jawani ubharata sabab
Karega zamane ki niyat kharab
Kayamat uthegi giregi bijliya
Uthega jo chehre se ishqe nakab
Hum salam karte hai
Mehfil me aane walo hum salam karte hai
Mehfil me aane walo hum salam karte hai
Ye zindagi ye dil tumhare naam karte hai
Mehfil me aane walo hum salam karte hai
Tera husn jise pe fida ho gaya
Khuda ki kasam wo khuda ho gaya
Tumne hamare pyar ko manzur kar liya
Tumne hamare pyar ko manzur kar liya
Ek zarra aye nawaze ka aye janab sukriya
Aye janab sukriya khidmat me
Khidmat me pesh nazro ke jaam karte hai
Khidmat me pesh nazro ke jaam karte hai
Ye zindagi ye dil tumhare naam karte hai
Mehfil me aane walo hum salam karte hai
Apne ka na raha begane ka na raha
Dil jisne bhi lagay wo zamne ka na raha
Chahat me ab zamane ki parwah kijiye
Chahat me ab zamane ki parwah kijiye
Hum jan bhi luta denge mauka to dijiye
Mauka to dijiye logo ko kya
Logo ko kya hai log to badnam karte hai
Logo ko kya hai log to badnam karte hai
Ye zindagi ye dil tumhare naam karte hai
Mehfil me aane walo hum salam karte hai
Husn ki shama jalne lagi hai
Bachke reh na parwano
Hosh udane aayi hai yeh
Hosh mein reh na deewano
Shama se jo takraye jal ke khak ho gaye
Shama se jo takraye jal ke khak ho gaye
Khak ho gaye koi kisi ke
Darde dil ko manta nahi
Hum jal rahe hai aag me tu janta nahi
Parwane teri mat ka farman laye hai
Shama hamara nam hai pahchanta nahi
Shama se jo takraye jal ke khak ho gaye
Namo nishan bhi na raha yu rakh ho gaya
Parwano ka hum aise katle aam karte hai
Parwano ka hum aise katle aam karte hai
Ye zindagi ye dil tumhare naam karte hai
Mehfil me aane walo hum salam karte hai
Mehfil me aane walo hum salam karte hai
Hum salam karte hai hum salam karte hai.