Marke Bhi Laut Aayenge Lyrics – Abhijeet Bhattacharya
न तुम रहोगे न हम रहेंगे
न आँखे रहेंगी न इशारे रहेंगे
न ये जाँ रहेगी ये दो बदन न रहेंगे
तुम हमारे रहोगे हम तुम्हारे रहेंगे
मरके भी लौट आएंगे हम यार के लिए
एक जनम कम है सनम प्यार के लिए
प्यार के लिए
मैं नहीं अजनबी तू नहीं अजनबी
फिर लौट आये चाहत के लम्हे दिल में छुपा लो तुम्हे
बेचैन साँसे कहती है आँखे इनमे बसा लो तुम्हे
मरके भी लौट आएंगे हम यार के लिए
एक जनम कम है सनम प्यार के लिए
प्यार के लिए
याद् है हमनशि भूलता ही नहीं
तेरा चेहरा हसि हर अदा दिलनशी
होठो से सुर्खी आँखों से काजल इनको चुरा लूँगा मैं
बेरंग सपने जितने है अपने उनको सजा लूंगा मैं
दिल में तुहि तू हमेशा हमेशा
हमेशा हमेशा तू मुझमें रहेगी
मरके भी लौट आएंगे हम यार के लिए
एक जनम कम है सनम प्यार के लिए
प्यार के लिए.
Na aankhe rahengi na ishare rahenge
Na ye ja rahegi ye do badan na rahenge
Tum hamare rahoge hum tumhare rahenge
Marke bhi laut aayenge hum yara ke liye
Ek janam kam hai sanam pyar ke liye
Pyar ke liye
Aye meri jindagi sath hum the kabhi
Main nahi ajnabi tu nahi ajnabi
Phir laut aaye chahat ke lamhe
Dil mein chupa lu tumhe bechain sanse
Kahti hai aankhe inme basa lu tumhe
Marke bhi laut aayenge
Hum yara ke liye ek janam kam hai
Sanam pyar ke liye pyar ke liye
Yad hai ham nashi bhulta hi nahi
Tera chehra hasi har ada dilnashi
Hotho se surkhi aankho se kajal inko chura lunga main
Berang sapne jitne hai apne unko saja lunga main
Dil mein tuhi tu hamesha hamesha
Hamesha hamesha tu mujhme rahegi
Marke bhi laut aayenge hum yara ke liye
Ek janam kam hai sanam pyar ke liye
Pyar ke liye.