Main Kise Apna Kahoon Aaj Lyrics – Lata Mangeshkar, Mukesh Chand Mathur (Mukesh)
मैं किसे अपना कहु
आज मेरा कोई नहीं
मेरा हमदर्द मेरे
दिल के सिवा कोई नहीं
कोई नहीं कोई नहीं
मैं किसे अपना कहु
आज मेरा कोई नहीं
कोई नहीं कोई नहीं
एक तिनके की तरह
हम तोह उडे जाते हैं
एक तिनके की तरह
हम तोह उडे जाते हैं
कहा ले जाये हवा
इसका पता कोई नहीं
कहा ले जाये हवा
इसका पता कोई नहीं
कोई नहीं कोई नहीं
टिस बन बनके सदा
देती है क्यों यद् तेरी
टिस बन बनके सदा
देती है क्यों यद् तेरी
इक मोहब्बत के सिवा
मेरी खता कोई नहीं
इक मोहब्बत के सिवा
मेरी खता कोई नहीं
कोई नहीं कोई नहीं
मैं किसे अपना कहु
आज मेरा कोई नहीं
तुझको मालूम नहीं
तेरी तमन्ना के शिव
तुझको मालूम नहीं
तेरी तमन्ना के शिव
दिल के जलते हुए
जख्मों की दवा कोई नहीं
दिल के जलते हुए
जख्मों की दवा कोई नहीं
कोई नहीं कोई नहीं
मैं किसे अपना कहु
आज मेरा कोई नहीं
मेरा हमदर्द मेरे
दिल के सिवा कोई नहीं
कोई नहीं कोई नहीं
कोई नहीं कोई नहीं
कोई नहीं कोई नहीं.
Mai kise apna kahu
Aaj meraa koyi nahi
Meraa hamdard mere
Dil ke siva koyi nahi
Koyi nahi koyi nahi
Mai kise apna kahu
Aaj meraa koyi nahi
Koyi nahi koyi nahi
Ek tinake ki tarah
Ham toh ude jate hain
Ek tinake ki tarah
Ham toh ude jate hain
Kaha le jaye hawa
Isaka pata koyi nahi
Kaha le jaye hawa
Isaka pata koyi nahi
Koyi nahi koyi nahi
Tis ban banake sada
Deti hai kyon yad teri
Tis ban banake sada
Deti hai kyon yad teri
Ik mohabbat ke siva
Meri kata koyi nahi
Ik mohabbat ke siva
Meri kata koyi nahi
Koyi nahi koyi nahi
Mai kise apna kahu
Aaj meraa koyi nahi
Tujhko malum nahi
Teri tamanna ke siva
Tujhko malum nahi
Teri tamanna ke siva
Dil ke jalate huye
Jakmon ki dava koyi nahi
Dil ke jalate huye
Jakmon ki dava koyi nahi
Koyi nahi koyi nahi
Mai kise apna kahu
Aaj meraa koyi nahi
Meraa hamdard mere
Dil ke siva koyi nahi
Koyi nahi koyi nahi
Koyi nahi koyi nahi
Koyi nahi koyi nahi.