Kyun Ye Nazrein Hain Gumsum Lyrics – Alka Yagnik
क्यों ये नज़रें है गुमसुम
है ये आँखे भी नम सी
क्यों ये नज़रें है गुमसुम
है ये आँखे भी नम सी
तुम बिन है ये आलम बेज़ुबा फीका सा
क्यों ये नज़रें है गुमसुम
है खो सा गया जाने कौन जहा
हो सा गया इस दिल को क्या
है खो सा गया जाने कौन जहा
सपने है ख़फ़ा पहले न थे
थम सी गयी धड़कने
क्यों ये नज़रें है गुमसुम
वो साथ तेरा पल दो पल का
जाने क्या दे गया क्या ले गया
वो साथ तेरा पल दो पल का
जाने क्या दे गया क्या ले गया
छोटे से इस दिल का क्या करूँ
बस गया है जहां आँखों में सिर्फ तू
आँसू रुके नहीं तेरी यादो में
मुड़ मुड़ के देखो तुम कहा
क्यों ये नज़रें है गुमसुम.
Kyun ye nazrein hai gumsum
Hai ye aankhe bhi num si
Kyun ye nazrein hai gumsum
Hai ye aankhe bhi num si
Tum bin hai ye aalam bezuba fika sa
Kyun ye nazrein hai gumsum
Hai kho sa gaya jaane kaun jaha
Ho sa gaya iss dil ko kya
Hai kho sa gaya jaane kaun jaha
Sapne hai khafa pehle na the
Tham si gayi dhadkane
Kyun ye nazrein hai gumsum
Wo saath tera pal do pal ka
Jaane kya de gaya kya le gaya
Wo saath tera pal do pal ka
Jaane kya de gaya kya le gaya
Chhote se is dil ka kya karu
Bus gaya hai jaha aankho mein sirf tu
Aansu ruke nahi teri yaado mein
Mud mud ke dekhu tum kaha
Kyun ye nazrein hai gumsum.