Kya Chiz Hai Mohabbat Lyrics – Suraiya Jamaal Sheikh (Suraiya)
क्या चीज़ है मोहब्बत
क्या चीज़ है मोहब्बत मोहब्बत
कोई मेरे दिल से पूछे
मेरे दिल से पूछे
क्या चीज़ है मोहब्बत
क्या चीज़ है मोहब्बत मोहब्बत
कोई मेरे दिल से पूछे
मेरे दिल से पूछे
क्या चीज़ है मोहब्बत
आपस में पहले पहले
मिलती है जब निगाहें
मिलती है जब निगाहें
बन बन के जब फ़साना
आती है लब पे आहे
आती है लब पे आहे
ऐसे में दिल की हालत
ऐसे में दिल की हालत
कोई मेरे दिल से पूछे
कोई मेरे दिल से पूछे
क्या चीज़ है मोहब्बत
जब ज़िन्दगी की रेट
आती है ज़िन्दगी में
जब अपने दिल से बातें
होती है चांदनी में
होती है चांदनी में
उस चांदनी की कीमत
कोई मेरे दिल से पूछे
कोई मेरे दिल से पूछे
क्या चीज़ है मोहब्बत
जब दिल की धड़कनों से
होते है रोग पैदा
दिल दिल से मिलके जिस दम
करता है आग पैदा
करता है आग पैदा
उन दो दिलो की किस्मत
कोई मेरे दिल से पूछे
कोई मेरे दिल से पूछे
क्या चीज़ है मोहब्बत
क्या चीज़ है मोहब्बत मोहब्बत
कोई मेरे दिल से पूछे
मेरे दिल से पूछे
क्या चीज़ है मोहब्बत.
Kya chiz hai mohabbat
Kya chiz hai mohabbat mohabbat
Koi mere dil se puche
Mere dil se puche
Kya chiz hai mohabbat
Kya chiz hai mohabbat mohabbat
Koi mere dil se puche
Mere dil se puche
Kya chiz hai mohabbat
Aaps mein pahle pahle
Milti hai jab nigahe
Milti hai jab nigahe
Ban ban ke jab fasana
Aati hai lab pe aahe
Aati hai lab pe aahe
Aise me dil ki halat
Aise me dil ki halat
Koi mere dil se puche
Koi mere dil se puche
Kya chiz hai mohabbat
Jab zindagi ki rate
Aati hai zindagi mein
Jab apne dil se bate
Hoti hai chandani mein
Hoti hai chandani mein
Us chandani ki kimat
Koi mere dil se puche
Koi mere dil se puche
Kya chiz hai mohabbat
Jab dil ki dhadkano se
Hote hai rag paida
Dil dil se milke jis dam
Karta hai aag paida
Karta hai aag paida
Un do dilo ki kismat
Koi mere dil se puche
Koi mere dil se puche
Kya chiz hai mohabbat
Kya chiz hai mohabbat mohabbat
Koi mere dil se puche
Mere dil se puche
Kya chiz hai mohabbat.