Khud Se Zyada Lyrics – Tanishk Bagchi, Zara Khan
बेवजा ही सही
मुझसे तुम जो मिले
हम खुद से ज़्यादा तेरे हो गए
वोह तेरी नादानियाँ
वोह तेरी अवारियाँ
वोह तुझसे ज़्यादा मेरे हो गए
क्या हुआ जो दिल ये टूटे
हम पाके तुझको तुझमे खो गए
हम खुद से ज़्यादा तेरे हो गए
हम खुद से ज़्यादा तेरे हो गए
तेरे हो गए तेरे हो गए
खुद से ज़्यादा तेरे हो गए
थोड़ी सी बेखबर हु
थोड़ी सी में लापता
हाल जो तेरा वो
मेरा भी है मुझे पता
दो अजनबी है मिले
कोई तो वजाह बता
बेसब्र लम्हे क्यूँ
ठेहरे ठेहरे से क्या पता
क्यूँ मिले दो दिल हैं
जब खोना ही मंज़िल है
हम खुद से ज़ायदा तुझमे जी लिए
हम खुद से ज़ायदा तेरे हो गए
बेवजाह ही सही
मुझसे तुम जो मिले
हम खुद से ज़्यादा तेरे हो गए.
Bewajah hi sahi
Mujhse tum jo mile
Hum khud se zyada tere ho gaye
Woh teri nadaniyan
Woh teri awariyan
Woh tujhse zyada mere ho gaye
Kya hua jo duniya roothe
Kya hua jo dil yeh toote
Hum paake tujhko tujhmein kho gaye
Hum khud se zyada tere ho gaye
Tere ho gaye tere ho gaye
Khud se zyada tere ho gaye
Thodi si bekhabar hoon
Thodi si main laapata
Haal jo tera woh
Mera bhi hai mujhe pata
Do ajnabi hain milein
Koyi to wajah bata
Besabar lamhe kyun
Thehre thehre se kya pata
Kyun mile do dil hain
Jab khona hi manzil hai
Hum khud se zyada tujhmein jee liye
Hum khud se zyada tere ho gaye
Bewajah hi sahi
Mujhse tum jo mile
Hum khud se zyada tere ho gaye.