Khidki Lyrics – Papon
खिड़की पे तेरे सुबहा मेरी होती
चाय के प्याले के तरहा तू साथ होती
शरमा के सर झुकना
हाँ ये प्यार ही है
है ना…हम्म
हाँ ये प्यार ही है
बोलो है ना…
मोरा सइयाँ मोहसे बोले ना हाये
मोरा सइयाँ हाये मोहसे बोले ना हाये
मोरा सइयाँ मोहसे बोले ना हाये
धीमे से इक दिन मेरे घर तू आना
सातों जनम मुझको तेरे संग बिताना
सपने मेरे रोते फिरें
खिड़की पे जो तू ना दिखे
ढलते ही शाम आई रोशनी
ये क्या मगर हो गया
जो गाने सुनाये थे खिड़की पे बैठे
जो सपने सजाये थे खिड़की पे बैठे
यूं बेवफाई के परदे गिरा कर
तोड़ा मेरा दिल क्यूँ तूने ऐसे
क्या ये प्यार ही है
ये है क्या?
अगर ये प्यार नहीं
तो है क्या?
क्या ये प्यार ही है
ये है क्या?
अगर ये प्यार नहीं
तो है क्या?
मोरा सइयाँ मोहसे बोले ना हाये
मोरा सइयाँ मोहसे बोले ना हाँ
मोरा सइयाँ मोहसे बोले ना
मोरा सइयाँ मोहसे बोले ना.
Khidki pe tere subah meri hoti
Chai ke pyale ke tarah tu sath hoti
Halke se tera yun hasna
Sharma ke sir jhukana
Haan yeh pyar hi hai
Hai na..hmm..
Haan yeh pyar hi hai
Bolo hai na..
Mora saiyan mohse bole na haye
Mora saiyan haye mohse bole na haye
Mora saiyan mohse bole na haye
Dheeme se ik din mere ghar tu aana
Saaton janam mujhko tere sang bitana
Sapne mere rote phirein
Khidki pe jo tu na dikhe
Yeh kya magar ho gaya
Jo gaane sunaye the khidki pe baithe
Jo sapne sajaye the khidki pe baithe
Yun bewafayi ke parde gira kar
Toda mera dil kyun toone aise
Kya yeh pyar hi hai
Yeh hai kya?
Agar yeh pyar nahi
To hai kya?
Kya yeh pyar hi hai
Yeh hai kya?
Agar yeh pyar nahi
To hai kya?
Mora saiyan mohse bole na haye
Mora saiyan mohse bole na haan
Mora saiyan mohse bole na
Mora saiyan mohse bole na.