Kachiyaan Kachiyaan Lyrics – Jubin Nautiyal, Piyush Mehroliyaa
Roz raat takiye pe
Aansuon ki baarish hai
Dhadkane nahi dil mein
Gham ki rehaish hai
Roz raat takiye pe
Aansuon ki baarish hai
Dhadkane nahi dil mein
Gham ki rehaish hai
Ishq ho barabar ka
Bas yehi thi chahat
Ek taraf bechaini kyun
Ek taraf hai raahatein
Tu soye main taare gina
Kachiyaan kachiyaan
Kachiyaan kachiyaan hai
Nindra tere bina
Kachiyaan kachiyaan hai
Nindra tere bina
Tum ho soye
Yahan pe main taare gina
Kachiyaan kachiyaan
Mere labon pe to
Bas hain shikayatein
Milti nahi hain
Kyun dard mein riyayatein
Hmm mere labon pe to
Bas hain shikayatein
Milti nahi hain
Kyun dard mein riyayatein
Ye toota dil toote
Khwabon ke silsile
Aur kuch nahi hain
Yeh teri inayatein
Patjhad yahan wahan pe
Gulaabon ke mausam hain
Dhadkanein wahan zyada
Saansein yahan kam hain
Tu soye main taare gina
Kachiyaan kachiyaan
Kachiyaan kachiyaan hai
Nindra tere bina
Kachiyaan kachiyaan hai
Nindra tere bina
Tum ho soye
Yahan pe main taare gina
Main tere nazdeek
Tu mujhse door hai
Sochta hai dil
Koyi baat to zaroor hai
Main tere nazdeek
Tu mujhse door hai
Sochta hai dil
Koyi baat to zaroor hai
Marzi hai teri
In faaslon mein aakhir
Itna bata kya
Yeh ishq-e-dastoor hai
Main udaas baitha hoon
Tu khushi ki baahon mein
Manzilon pe tu hai
Main reh gaya hoon raahon mein
Tu soye main taare gina
Kachiyaan kachiyaan
Kachiyaan kachiyaan hai
Nindra tere bina
Kachiyaan kachiyaan hai
Nindra tere bina
Tum ho soye
Yahan pe main taare gina
Kachiyaan kachiyaan.
रोज़ रात तकिये पे
आंसुओं की बारिश है
धड़कने नहीं दिल में
ग़म की रिहाइश है
रोज़ रात तकिये पे
आंसुओं की बारिश है
धड़कने नहीं दिल में
ग़म की रिहाइश है
इश्क़ हो बराबर का
बस एहि थी चाहत
एक तरफ बेचैनी क्यूँ
एक तरफ है राहतें
तू सोये मैं तारे गिना
कचियाँ कचियाँ
कचियाँ कचियाँ है
निंदरा तेरे बिना
कचियाँ कचियाँ है
निंदरा तेरे बिना
तुम हो सोये
यहाँ पे मैं तारे गिना
कचियाँ कचियाँ
मेरे लबों पे तो
बस हैं शिकायतें
मिलती नहीं हैं
क्यूँ दर्द में रियायतें
हमम मेरे लबों पे तो
बस हैं शिकायतें
मिलती नहीं हैं
क्यूँ दर्द में रियायतें
ये टूटा दिल टूटे
ख्वाबों के सिलसिले
और कुछ नहीं हैं
ये तेरी इनायतें
पतझड़ यहाँ वहां पे
गुलाबों के मौसम हैं
धड़कनें वहां ज़्यादा
सांसें यहाँ कम हैं
तू सोये मैं तारे गिना
कचियाँ कचियाँ
कचियाँ कचियाँ है
निंदरा तेरे बिना
कचियाँ कचियाँ है
निंदरा तेरे बिना
तुम हो सोये
यहाँ पे मैं तारे गिना
मैं तेरे नज़दीक
तू मुझसे दूर है
सोचता है दिल
कोई बात तो ज़रूर है
मैं तेरे नज़दीक
तू मुझसे दूर है
सोचता है दिल
कोई बात तो ज़रूर है
मर्ज़ी है तेरी
इन फासलों में आखिर
इतना बता क्या
ये इश्क़-ए-दस्तूर है
मैं उदास बैठा हूँ
तू ख़ुशी की बाहों में
मंज़िलों पे तू है
मैं रह गया हूँ राहों में
तू सोये मैं तारे गिना
कचियाँ कचियाँ
कचियाँ कचियाँ है
निंदरा तेरे बिना
कचियाँ कचियाँ है
निंदरा तेरे बिना
तुम हो सोये
यहाँ पे मैं तारे गिना
कचियाँ कचियाँ.