Jugni Lyrics – Divya Kumar
Hai mann mauji ye dhadkane
Na kisi ki maane re
Jo ramjaave yon preet main
To khaak bhi chhane re
Hai mann mauji ye dhadkane
Na kisi ki maane re
Jo ramjaave yon preet main
To khaak bhi chhane re
Ek deedar ko jagbaar du
Sun kamali re
Hai majhdhaar ke uss par tu
Par thor tu apani re
Haye re meri jugni
Oo jugni meri jugni ve
Ek rat japni hunn japni ve
Haye re meri jugni
Oo jugni meri jugni ve
Preet ab apani nahi jukani ve
Na ishq ki aashan hai rah
To hum bhi hai mann mauji
Likhane chale khud apane hi afsane re
Afsane re..
Ho o.. Dil ki lagi agar hai gunah toh
Har mukaam par hogi
Ek dastaan aur har gali maikhane re
Madmast malang ab chal padi
Hai ishq alakh sar pe adi
Pan geet hai lab par ye dhali haye re
Madmast malang ab chal padi
Hai ishq alakh sar pe adi
Pan geet hai lab par ye dhali haye re
Jugni haye jugni meri jugni ve
Ek rat japni hunn japni ve
Haye re meri jugni
Oo jugni meri jugni ve
Preet ab apani nahi jukani ve
Jugni oo jugni
Ab preet na apani jukani
Jugni oo jugni
Bas ek hi rat hunn japni japni
Jugni oo jugni
Ab preet na apani jukani
Jugni oo jugni
Bas ek hi rat hunn japni japni.
है मन मौजी ये धड़कने
ना किसी की माने रे
जो रमजावे यों प्रीत मैं
तो खाक भी छाने रे
है मन मौजी ये धड़कने
ना किसी की माने रे
जो रमजावे यों प्रीत मैं
तो खाक भी छाने रे
एक दीदार को जगबार दू
सुन कमली रे
है मझधार के उस पर तू
पर ठोर तू अपनी रे
हाय रे मेरी जुगनी
ओ जुगनी मेरी जुगनी वे
एक रट जपनी हुन जपनी वे
हाय रे मेरी जुगनी
ओ जुगनी मेरी जुगनी वे
प्रीत अब अपनी नहीं जुकनी वे
ना इश्क़ की आसान है राह
तो हम भी है मन मौजी
लिखने चले खुद अपने ही अफ़साने रे
अफ़साने रे..
हो ओ.. दिल की लगी अगर है गुनाह तो
हर मुकाम पर होगी
इक दास्तान और हर गली मैखाने रे
मदमस्त मलंग अब चल पड़ी
है इश्क़ अलख सर पे अडी
बन गीत है लब पर ये ढली हाय रे
मदमस्त मलंग अब चल पड़ी
है इश्क़ अलख सर पे अडी
बन गीत है लब पर ये ढली हाय रे
जुगनी हाय जुगनी मेरी जुगनी वे
एक रट जपनी हुन जपनी वे
हाय रे मेरी जुगनी ओ जुगनी मेरी जुगनी वे
प्रीत अब अपनी नहीं जुकनी वे
जुगनी ओ जुगनी
अब प्रीत ना अपनी जुकनी
जुगनी ओ जुगनी
बस एक ही रट हुन जपनी जपनी
जुगनी ओ जुगनी
अब प्रीत ना अपनी जुकनी
जुगनी ओ जुगनी
बस एक ही रट हुन जपनी जपनी.