Itna Husn Pe Huzur Lyrics – Mukesh Chand Mathur (Mukesh)
इतना हुस्न पे हुज़ुर न गरूर कीजिये
दिल के मरो का ख्याल कुछ जरूर कीजिये
दिल के मरो का ख्याल कुछ जरूर कीजिये
यु न फेरिये नजर मुद के देखिये इधर
कहिये जो भी चाहिए इतनी अरज है मगर
जो है आपके उन्हें यु न दूर कीजिये
जो है आपके उन्हें यु न दूर कीजिये
इतना हुस्न पे हुज़ुर न गरूर कीजिये
रोको जुल्फ़ को यही क़ाबू दिल पे अब नहीं
ये दीवाना आप का जुल्फ़े छू न ले कही
यु न रूत के हमें मजबूर कीजिए
यु न रूत के हमें मजबूर कीजिए
इतना हुस्न पे हुज़ुर न गरूर कीजिये
ये तो जानते है हम ग़ुस्सा तुम नहीं सनम
जाते जाते आपके सब को रुक गए कदम
कहिये है न दिल की बात
कहिये है न दिल की बात मंजूर कीजिये
कहिये है न दिल की बात मंजूर कीजिये
इतना हुस्न पे हुज़ुर न गरूर कीजिये
दिल के मरो का ख्याल कुछ जरूर कीजिये
दिल के मरो का ख्याल कुछ जरूर कीजिये
इतना हुस्न पे हुज़ुर न गरूर कीजिये.
Itna husn pe huzur na garur kijiye
Itna husn pe huzur na garur kijiye
Dil ke maro ka khyal kuchh jarur kijiye
Dil ke maro ka khyal kuchh jarur kijiye
Yu na feriye najar mud ke dekhiye idhar
Kahiye jo bhi chahiye itni arz hai magar
Jo hai aapke unhe yu na dur kijiye
Jo hai aapke unhe yu na dur kijiye
Itna husn pe huzur na garur kijiye
Ye deewana aap ka julfe chhu na le kahi
Yu na ruth ke hame majbur kijiye
Yu na ruth ke hame majbur kijiye
Itna husn pe huzur na garur kijiye
Ye to jante hai hum gussa tum nahi sanam
Jate jate aapke sab ko ruk gaye kadam
Kahiye hai na dil ki baat
Kahiye hai na dil ki baat manjur kijiye
Kahiye hai na dil ki baat manjur kijiye
Itna husn pe huzur na garur kijiye
Dil ke maro ka khyal kuchh jarur kijiye
Dil ke maro ka khyal kuchh jarur kijiye
Itna husn pe huzur na garur kijiye.