Is Ishq O Mohabbat Ki Lyrics – Chandrani Mukherjee, Mohammed Rafi
Is Ishq O Mohabbat Ki
Kuchh Hai Ajeeb Rasme
Kabhi Jeene Ke Vaade
Kabhi Marane Ki Kasme
Na Ye Tere Bas Mein
Na Ye Mere Bas Mein
Kabhi Jeene Ke Vaade
Kabhi Marane Ki Kasme
Kabhi Itazaar Karate
Barasaat Ki Raato Mein
Kabhi Raat Guzar Jaaye
Baato Hi Baato Mein
Ik Dard Machalata Hai
Is Dil Ki Nas Nas Mein
Kabhi Jeene Ke Vaade
Kabhi Marane Ki Kasme
Gar Hamako Judaa Kar De
Ik Baar Jahaa Ke Sitam
Har Baar Janam Lekar
Har Baar Milege Ham
Yun Ahad E Vafaa Kar Le
Aa Milakar Aapas Mein
Kabhi Jeene Ke Vaade
Kabhi Marane Ki Kasme
Main Teri Mohabbat Mein
Har Rasm Nibhaa Dunga
Apni Neende Dekar Tere
Khawaab Sajaa Dunga
Aisa Hi Hota Hai Jab
Dil Na Rahe Bas Mein
Kabhi Jeene Ke Vaade
Kabhi Marane Ki Kasme.
इस इश्क़ ओ मोहब्बत की
कुछ है अजीब रस्में
इस इश्क़ ओ मोहब्बत की
कुछ है अजीब रस्में
कभी जीने के वादे
कभी मरने की कसमें
ना ये तेरे बस में
ना वो मेरे बस में
ना ये तेरे बस में
ना वो मेरे बस में
कभी जीने के वादे
कभी मरने की कसमें
इस इश्क़ ओ मोहब्बत की
कुछ है अजीब रस्में
कभी इंतज़ार करते
बरसात की रातों में
कभी रात गुजर जाए
बातों ही बातों में
कभी इंतज़ार करते
बरसात की रातों में
कभी रात गुजर जाए
बातों ही बातों में
एक दर्द मचलता है
इस दिल की नस नस में
एक दर्द मचलता है
इस दिल की नस नस में
कभी जीने के वादे
कभी मरने की कसमें
ना ये तेरे बस में
ना वो मेरे बस में
गर हम को जुदा कर दे
एक बार जहाँ के सितम
हर बार जनम लेकर
हर बार मिलेंगे हम
गर हम को जुदा कर दे
एक बार जहाँ के सितम
हर बार जनम लेकर
हर बार मिलेंगे हम
यूं ए हद ए वफ़ा कर ले
आ मिलकर आपस में
यूं एहद ए वफ़ा कर ले
आ मिलकर आपस में
कभी जीने के वादे
कभी मरने की कसमें
मैं तेरी मोहब्बत में
हर रस्म निभा दूंगा
अपनी नींदें देकर तेरे
ख़्वाब सजा दूंगा
मैं तेरी मोहब्बत में
हर रस्म निभा दूंगा
अपनी नींदें देकर तेरे
ख़्वाब सजा दूंगा
ऐसा ही होता है जब
दिल न रहे बस में
ऐसा ही होता है जब
दिल न रहे बस में
कभी जीने के वादे
कभी मरने की कसमें
इस इश्क़ ओ मोहब्बत की
कुछ है अजीब रस्में