Gham Na Karo Lyrics – Kavita Krishnamurthy, Sonu Nigam
ग़म न करो
ये ग़म के दिन बीत जायेंगे
बदलेगा फिर
ये मौसम हम गीत गाएंगे
हो ग़म न करो
ये ग़म के दिन बीत जायेंगे
बदलेगा फिर
ये मौसम हम गीत गाएंगे
हम आज हरे है
तो कल जीत जायेंगे
बदलेगा फिर
ये मौसम हम गीत गाएंगे
इस तरह क्यों बैठे हो तुम
ज़िन्दगी से रूठे रूठे
हो इस तरह क्यों बैठे
हो तुम ज़िन्दगी से रूठे रूठे
ये तुम्हे क्या जाने हो गया
सामने है अपनी मंज़िल
थक गए क्यों चलते चलते
होंसला क्यों ऐसे खो गया
हम आज हरे है तो कल जीत जायेंगे
बदलेगा फिर ये मौसम
हम गीत गाएंगे
तुमने देखा मुझको
ऐसे यु लगा पतझड़ में जैसे
ओ तुमने देखा मुझको
ऐसे यु लगा पतझड़ में जैसे
फूल मेरे दिल में खिल गए
तुमने पकड़ा हाथ मेरा
मिट गया दिल का अँधेरा
चाँद सूरज मुझको मिल गए
ओ ग़म न करो ये गम के
दिन बीत जायेंगे
बदलेगा फिर ये मौसम
हम गीत गाएंगे
हम आज हरे है तो
कल जीत जायेंगे
बदलेगा फिर ये मौसम
हम गीत गाएंगे.
Gham na karo
Ye gham ke din beet jayenge
Badlega phir
Ye mausam ham geet gayenge
Ho gham na karo
Ye gham ke din bet jayenge
Badlega phir
Ye mausam ham geet gayenge
Ham aaj hare hai
To kal jeet jayenge
Badlega phir
Ye mausam ham geet gayenge
Is tarah kyu baithe ho tum,
Zindagi se ruthe ruthe
Ho is tarah kyu baithe
Ho tum zindagi se ruthe ruthe
Ye tumhe kya jane ho gaya
Samne hai apni manzil
Thak gaye kyu chalte chalte
Honsala kyu aise kho gaya
Ham aaj hare hai to kal jeet jayenge
Badlega phir ye mausam
Ham geet gayenge
Tumne dekha mujhko
Aise yu laga patjhad mein jaise
O tumne dekha mujhko
Aise yu laga patjhad me jaise
Phool mere dil me khil gaye
Tumne pakda hath mera
Mit gaya dil ka andhera
Chand suraj mujhko mil gaye
O gham na karo ye gam ke
Din beet jayenge
Badlega phir ye mausam
Ham geet gayenge
Ham aaj hare hai to
Kal jeet jayenge
Badlega phir ye mausam
Ham geet gayenge.