Eid Ho Jayegi Lyrics – Javed Ali, Raghav Sachar
Sang-e-mar mar se zyada
Haseen aap ho
Ho sang-e-mar mar se zyada
Haseen aap ho
Mere khwaabon ki rangeen
Zameen aap ho
Main toh suraj ki
Kirnon mein bheega bahut
Oas banke giri jo nami aap ho
Ek ishaare mein sab kuchh
Bata dijiye
Ek ishaare mein sab kuchh
Bata dijiye
Eid ho jayegi
Eid ho jayegi muskura dijiye
Eid ho jayegi muskura dijiye
Ho eid ho jayegi muskura dijiye
Ho adahpur kashish hai
Nazar aatishi hai
Tujhe bhool paana
Munasib nahi hai
Mujhko hi mujhme
Nahi dhoond paaun
Zarron mein dil ke
Tu hi tu basi hai
Ye nazrein utha ke
Jhuka dijiye
Ye nazrein utha ke
Jhuka dijiye
Eid ho jayegi
Eid ho jayegi muskura dijiye
Eid ho jayegi muskura dijiye
Ho eid ho jayegi muskura dijiye
Tumhein dekhne se sukoon mil raha hai
Koyi khwaab tha jo mukammal hua hai
Lafzon mein tumko bayan kya karun main
Tumhein husn se yun nawaza gaya hai
Mere hisse mein khud ko
Likha dijiye
Mere hisse mein khud ko
Likha dijiye
Eid ho jayegi
Eid ho jayegi muskura dijiye
Eid ho jayegi muskura dijiye
Ho eid ho jayegi muskura dijiye.
संग-ए-मर मर से ज़्यादा
हसीन आप हो
हो संग-ए-मर मर से ज़्यादा
हसीन आप हो
मेरे ख़्वाबों की रंगीन
ज़मीन आप हो
मैं तो सूरज की
किरणों में भीगा बहुत
ओस बनके गिरी जो नमी आप हो
एक इशारे में सब कुछ
बता दीजिये
एक इशारे में सब कुछ
बता दीजिये
ईद हो जाएगी
ईद हो जाएगी मुस्कुरा दीजिये
ईद हो जाएगी मुस्कुरा दीजिये
हो ईद हो जाएगी मुस्कुरा दीजिये
हो अदाहपुर कशिश है
नज़र आतिशी है
तुझे भूल पाना
मुनासिब नहीं है
मुझको ही मुझमे
नहीं ढून्ढ पाऊं
ज़ररों में दिल के
तू ही तू बसी है
ये नज़रें उठा के
झुका दीजिये
ये नज़रें उठा के
झुका दीजिये
ईद हो जाएगी
ईद हो जाएगी मुस्कुरा दीजिये
ईद हो जाएगी मुस्कुरा दीजिये
हो ईद हो जाएगी मुस्कुरा दीजिये
तुम्हें देखने से सुकून मिल रहा है
कोई ख्वाब था जो मुकम्मल हुआ है
लफ़्ज़ों में तुमको बयां क्या करूँ मैं
तुम्हें हुस्न से यूँ नवाज़ा गया है
मेरे हिस्से में खुद को
लिखा दीजिये
मेरे हिस्से में खुद को
लिखा दीजिये
ईद हो जाएगी
ईद हो जाएगी मुस्कुरा दीजिये
ईद हो जाएगी मुस्कुरा दीजिये
हो ईद हो जाएगी मुस्कुरा दीजिये.