Dost Yaad Aate Hai Lyrics – Saaj Bhatt
Jab Sochu Apne Bachpan Ko
Kuch Dost Bohot Yaad Aate Hai
Jab Dekhu Beete Darpan Ko
Kuch Dost Bohot Yaad Aate Hai
Jab Sochu Apne Bachpan Ko
Kuch Dost Bohot Yaad Aate Hai
Kuch Karobaar Mei Ulajh Gaye
Kuch Pardes Jaakar Bas Gaye
Jin Galliyon Mei Beeta Bachpan
Unn Galliyon Ko Hum Taras Gaye
Jab Khelte Bacche Dekhu Toh
Kuch Dost Bohot Yaad Aate Hai
Jab Sochu Apne Bachpan Ko
Kuch Dost Bohot Yaad Aate Hai
Bachpan Ki Keemat Jaani Hai
Humne Aakar Ke Jawani Mein
Kaagaz Ki Naao Chalaate The
Baarish Ke Behte Paani Mein
Jab Guzre Palkon Sochu Toh
Kuch Dost Bohot Yaad Aate Hai
Jab Sochu Apne Bachpan Ko
Kuch Dost Bohot Yaad Aate Hai
Jab Dekhu Beete Darpan Ko
Kuch Dost Bohot Yaad Aate Hai
जब सोचू अपने बचपन को
कुछ दोस्त बोहोत याद आते हैं
जब देखू बीते दर्पण को
कुछ दोस्त बोहोत याद आते हैं
जब सोचू अपने बचपन को
कुछ दोस्त बोहोत याद आते हैं
कुछ कारोबार में उलझ गए
कुछ परदेस जाकर बस गए
जिन गलियों में बीता बचपन
उन गलियों को हम तरस गए
जब खेलते बच्चे देखू तो
कुछ दोस्त बोहोत याद आते हैं
जब सोचू अपने बचपन को
कुछ दोस्त बोहोत याद आते हैं
बचपन की कीमत जानी है
हमने आकर के जवानी में
कागज़ की नाव चलाते थे
बारिश के बेहते पानी मैं
जब गुज़रे पलकों सोचू तो
कुछ दोस्त बोहोत याद आते हैं
जब सोचू अपने बचपन को
कुछ दोस्त बोहोत याद आते हैं
जब देखू बीते दर्पण को
कुछ दोस्त बोहोत याद आते हैं