Darwaja Kahe Band Kiya Lyrics – Asha Bhosle, Sudesh Bhonsle
दरवाजा काहे बंद किया बोलो न
कुण्डी जो लगायी है उसे खोलो न
दरवाजा काहे बंद किया बोलो न
कुण्डी जो लगायी है उसे खोलो न
अब प्यार के बढ़ते कदम रोको न
मै जो भी करो आज मुझे तोको न
मुझे घर जाने दो जी तो भर जाने तो
बाबा घर जाने दो जी तो भर जाने तो
माफ़ कर बच्ची को पहले एक कीची दो
माफ़ कर बच्ची को पहले एक कीची दो
दरवाजा काहे बंद किया बोलो न
कुण्डी जो लगायी है उसे खोलो न
है ये वही घर के जहा तुमको
दुल्हन बनके आना है
यानि साडी उमरदुस्मन का
मुझको साथ निभाना है
तू मन कहा मेरा दुसमन नहीं मैं तेरा
सीने से लगाउंगा पलकों पे बिठाऊंगा
मैं ही रूलाने वाला मैं ही हँसाने वाला
मैं ही सताने वाला मैं ही बचने वाला
आते हो नजर तुम तो सैतान अंधेरो में
बाते तो सरीफो की कम लुटेरो के
हो पर्दा ये काहे खीच लिया बोलो न
बत्ती ये जो बुझायी है उसे खोलो न
अब प्यार के बढ़ते कदम रोको न
मै जो भी करो आज मुझे तोको न
मुझे घर जाने दो जी तो भर जाने तो
बाबा घर जाने दो जी तो भर जाने तो
माफ़ कर बच्ची को पहले एक कीची दो
माफ़ कर बच्ची को पहले एक कीची दो
दरवाजा काहे बंद किया खोलो न
कुण्डी जो लगायी है उसे खोलो न
थोड़े दिन और सनम
अपने दिल दीवाने को
क्या करूँ ये घडी घडी मचले
प्यार के एक नजरने को
एक जाल है आंटी का एक गाल ही उनकले का
वेसनी है सखियो की ये हाथ है साथी का
साथी है मेरा ऐसा कोई न उसके जैसा
ज़िद्दी है मगर थोड़ा
जो सोचा वो कर छोड़ा
एक रोज तुझे जनम हर रोज को लौंगा
फिर तेरी ही मर्जी से माँ ीतुझको सताऊंगा
चेहरा ये कहे धप लिया बोलो न
जो चीज़ छुपी उसे खोलो न
अब हो रही है देर मुझे रोको न
मुझे घर जाने दो जी तो भर जाने तो
बाबा घर जाने दो जी तो भर जाने तो
माफ़ कर बच्ची को पहले एक कीची दो
माफ़ कर बच्ची को पहले एक कीची दो
दरवाजा काहे बंद किया खोलो न
कुण्डी जो लगायी है उसे खोलो न
मैं हु तुम हो प्यार हो
और न हो कुछ दरमय
काश रुक जाये यही
वक़्त का ये करवा
आँखों से मिले आन्हके
और मिलके ठहर जाये
ये प्यार भरी सांस
साँसों में बिखर जाये
एक दूजे की बाहों में
जीते हुए मर जाये
हम प्यार के दीवाने
हर हद से गुजर जाये
मंजूर किया मैंने
तेरे संग रहना
अब तू भी कभी मुझे
घर जाने को न कहना
ये रात काहे ढलने लगी बोलो न
अब होने लगी भोर आँखे खोलो न
ये भोर की है पहली किरण रोको न
पायी है आज ख़ुशी तोको न.
Darwaja kahe band kiya bolo na
Kundi jo lagayi hai use kholo na
Darwaja kahe band kiya bolo na
Kundi jo lagayi hai use kholo na
Ab pyar ke badte kadam roko na
Mai jo bhi karu aaj mujhe toko na
Mujhe ghar jane do ji to bhar jane to
Baba ghar jane do ji to bhar jane to
Maf kar bachi ko pahle ek kichi do
Maf kar bachi ko pahle ek kichi do
Darwaja kahe band kiya bolo na
Kundi jo lagayi hai use kholo na
Hai ye wahi ghr ke jaha tumko
Dulhan banke aana hai
Yani sari umardusman ka
Mujhko sath nibhana hai
Tu man kaha mera dusman nahi main tera
Sine se lagaunga palko pe bithaumga
Main hi rulane wala main hi hasane wala
Main hi satane wala main hi bachane wala
Aate ho najar tum to saitan andhero me
Bate to sarifo ki kam lutero ke
Ho parda ye kahe khich liya bolo na
Batti ye jo bujhayi hai use kholo na
Ab pyar ke badte kadam roko na
Mai jo bhi karu aaj mujhe toko na
Mujhe ghar jane do ji to bhar jane to
Baba ghar jane do ji to bhar jane to
Maf kar bachi ko pahle ek kichi do
Maf kar bachi ko pahle ek kichi do
Darwaja kahe band kiya kholo na
Kundi jo lagayi hai use kholo na
Thode din or sanam
Apne dil diwane ko
Kya karu ye ghadi ghadi machle
Pyar ke ek najrane ko
Ek gal hai aunty ka ek gal hi unkle ka
Vesani hai sakhiyo ki ye hath hai sathi ka
Sathi hai mera aisa koi na uske jaisa
Jiddi hai magar thoda
Jo socha wo kar chhoda
Ek roj tujhe janam har roj ko launga
Phir teri hi marji se ma itujhko sataunga
Chehra ye kahe dhap liya bolo na
Jo chiz chupai use kholo na
Ab ho rahi hai der mujho roko na
Mujhe ghar jane do ji to bhar jane to
Baba ghar jane do ji to bhar jane to
Maf kar bachi ko pahle ek kichi do
Maf kar bachi ko pahle ek kichi do
Darwaja kahe band kiya kholo na
Kundi jo lagayi hai use kholo na
Main hu tum ho pyar ho
Aur na ho kuch darmaya
Kash ruk jaye yahi
Waqt ka ye karwa
Aankho se mile aanhke
Aur milke thahar jaye
Ye pyar bhari sanse
Sanso mein bikhar jaye
Ek duje ki baho mein
Jite hue mar jaye
Hum pyar ke diwane
Har had se gujar jaye
Manjur kiya maine
Tere sang rahna
Ab tu bhi kabhi mujhe
Ghar jane ko na kahna
Ye rat kahe dhalne lagi bolo na
Ab hone lagi bhor aankhe kholo na
Ye bhor ki hai pahli kiran roko na
Payi hai aj khushi toko na.