Chehre Se Apne Aaj To Parda Lyrics – Mohammed Rafi
सड़क उतरिये के न लगे कही नज़र
सेहरे में आज फूल सा मुखड़ा है जलवागर
चेहरे से अपने आज तो पर्दा उठाइये
चेहरे से अपने आज तो पर्दा उठाइये
लिल्लाह मुझको चाँद सी सूरत दिखाइए
सड़क उतरिये के न लगे कही नज़र
सेहरे में आज फूल सा मुखड़ा है जलवागर
चेहरे से अपने आज तो पर्दा उठाये
चेहरे से अपने आज तो पर्दा उठाये
लिल्लाह मुझको चाँद सी सूरत दिखाइए
जन्नत ए मक़ाम डरे यार हे इ घर
दिल कह रहा आज यही सर झुकाए
चेहरे से अपने आज तो पर्दा उठाइये
उठिये ख़ुदा के वास्ते
उठिये ख़ुदा के वास्ते लग जाइए गले
रस्मो रिवाज सरमो हय सब हटाइए
चेहरे से अपने आज तो पर्दा उठाइये
लिल्लाह मुझको चाँद सी सूरत दिखाइए
ये क्या कि हम ही भिड़ते रहे
आपकी तरफ थोड़ी सी दूर
आप भी तशरीफ़ लाइए थोड़ी सी दूर
आप भी तशरीफ़ लाइए
चेहरे से अपने आज तो पर्दा उठाइये.
Sehre me aaj phul sa mukhda hai jalvagar
Chehre se apne aaj to parda uthaiye
Chehre se apne aaj to parda uthaiye
Lillaah mujhako chaand si surat dikhaiye
Sadak utariye ke na lage kahi nazar
Sehre me aaj phul sa mukhda hai jalvagar
Chehre se apne aaj to parda uthaiye
Chehre se apne aaj to parda uthaiye
Lillaah mujhako chaand si surat dikhaiye
Jannat e makam dare yaar he e ghar
Jannat e makam dare yaar he e ghar
Dil keh raha e aaj ahi sar zukaye
Chehre se apne aaj to parda uthaiye
Uthiye khuda ke vaaste
Uthiye khuda ke vaaste lag jaaie gale
Rasmo rivaaj sarmo haya sab hataaie
Chehre se apne aaj to parda uthaiye
Lillaah mujhako chaand si surat dikhaiye
Ye kyaa ke hum hi bhadte rahe
Aapki taraf thodi si door
Aap bhi tasrif laaie thodi si door
Aap bhi tasrif laaie
Chehre se apne aaj to parda uthaiye.