Bigadne De Lyrics – Benny Dayal
Isi umar mein to karta hai dil
Khwahishein girne fisalne ki
Are yeh bhi koyi umar hai kya
Sambhalne ki
Ho logon ke dar se
Hum apne dil ki
Masti kyun khone de
Harkat se apni naaraaz duniya
Hoti hai hone de
Bigadne de hamein zara
Sudhar ke kya karenge hum
Bigadne de jo dil mein aayega
Wahi karege hum
Bigadne de bigadne de
Bigadne de bigadne de.
इसी उमर में तो करता है दिल
ख्वाहिशें गिरने फिसलने की
अरे ये भी कोई उमर है क्या
संभलने की
हो लोगों के डर से
हम अपने दिल की
मस्ती क्यूँ खोने दे
हरकत से अपनी नाराज़ दुनिया
होती है होने दे
बिगड़ने दे हमें ज़रा
सुधर के क्या करेंगे हम
बिगड़ने दे जो दिल में आएगा
वही करेंगे हम
बिगड़ने दे बिगड़ने दे
बिगड़ने दे बिगड़ने दे.