Bheeni Bheeni Si Lyrics – Sonu Nigam, Pratibha Singh Baghel
भीनी भीनी सी
सोंधी सोंधी सी
तेरी खुशियों के
सदके जाऊं मै
प्यारे लम्हों की
ठंडी छाँव सी
तेरी मुस्कान ही
गुनगुनाऊँ में
तू जान है मेरी
तू मेरी ख़ुशी
रूह बिन तेरे सेहमी सी
सहेमी सी
बिन तेरे ना कटे उम्र छोटी सी
मेरे हसने की
मेरे रोने की
है वजा तू ही तू मेरे होने की
मेरे हसने की
मेरे रोने की
है वजा तू ही तू मेरे होने की
जान मेरी तुझको मैंने
जां दे दी
ज़िंदगी तेरे लिए
ज़ुबां दे दी
दिल के कोरे पन्ने पे तू
हायत सी
रब ने मेरे मुझपे यूँ
इनायत की
राह तेरी
धड़कनो की राह से गुज़रती है
रंग तेरे
लेके मेरी आरज़ू संवरती है
तू आसरा मेरा तू मेरी दुआ
तू ही तो सुबह रातों की
रातों की
तू लकीरों में है मेरे हाथों की
मेरे हसने की
मेरे रोने की
है वजा तू ही तो मेरे होने की.
Bheeni Bheeni Si
Sondhi Sondhi Si
Teri Khoshiyo Ke
Sadqe Jaun Mai
Pyare Lamho Ki
Thandi Chhaon Si
Teri Muskaan Hi
Gungunaun Mai
Tu Jaan Hai Meri Tu Meri Khushi
Rooh Bin Tere Sehmi Si Sahemi Si
Bin Tere Na Kate Umar Choti Si
Mere Hasne Ki
Mere Rone Ki
Hai Waja Tu Hi Tu Mere Hone Ki
Mere Hasne Ki
Mere Rone Ki
Hai Waja Tu Hi Tu Mere Hone Ki
Jaan Meri Tujhko Maine
Jaa De Di
Zindagi Tere Liye
Jubaan De Di
Dil Ke Kore Panne Pe Tu
Hayat Si
Rab Ne Mere Mujhpe Yun
Inayat Ki
Raah Teri
Dhadkano Ki Raah Se Guzarti Hai
Rang Tere
Leke Meri Aarzoo Sanvarti Hai
Tu Asara Mera Tu Meri Dua
Tu Hi To Subah Raaton Ki
Raaton Ki
Tu Lakiron Mein Hai Mere Hathon Ki
Mere Hasane Ki
Mere Rone Ki
Hai Waja Tu Hi To Mere Hone Ki.