Bhadke Aag Judaai Ki Lyrics – Jaspinder Narula
भड़की आग जुदाई की
भड़की आग जुदाई की तो जल जाये गुलबुते
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
किसी का यार कभी न रूठे
सब देखे जब गिर कर कोई शीशा टूटे चैन से
सब देखे जब गिर कर कोई शीशा टूटे चैन से
वो आवाज न सुने कोई जो निकले टूटे मन से
असर किसी कोई न हो
असर किसी कोई न हो
जब प्यार भरा दिल टूटे उह
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
बढ़के आग जुदाई की तो जल जाये गुलबुते
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
किसी का यार कभी न रूठे
हमको छोड़ के जाने वाला जहा कही जायेगा
हमको छोड़ के जाने वाला जहा कही जायेगा
अपने कदमों में वो हमको बिखरा हुआ पायेगा
सचा अपने प्यार का नाता
सचा अपने प्यार का नाता
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
भड़की आग जुदाई की तो जल जाये गुलबुते
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
किसी का यार कभी न रूठे
अपना दिल है जलता चन्दन जिस्मे है ये जादू
अपना दिल है जलता चन्दन जिस्मे है ये जादू
सब कुछ लुट जाये अपना ये खुसबू कोई न लुटे
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
भड़की आग जुदाई की तो जल जाये गुलबुथे
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
रब रूठे तो रूठे किसी का यार कभी न रूठे
किसी का यार कभी न रूठे किसी का यार कभी न रूठे
किसी का यार कभी न रूठे न रूठे.
Bhadke aag judai ki
Bhadke aag judai ki to jal jaye gulbute
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Kisi ka yar kabhi na ruthe
Sab dekhe jab gir kar koi sheesa tute chan se
Sab dekhe jab gir kar koi sheesa tute chan se
Vo aawaj na sune koi jo nikle tute man se
Asar kisi koi na ho
Asar kisi koi na ho
Jab pyar bara dil tute ooh
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Badhke aag judai ki to jal jaye gulbute
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Kisi ka yar kabi na ruthe
Humko chhod ke jane wala jaha kahi jayega
Humko chhod ke jane wala jaha kahi jayega
Apne kadmo me vo humko bikhra hua payega
Sacha apne pyar ka nata
Sacha apne pyar ka nata, baki nate juthe
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Bhadke aag judai ki to jal jaye gulbute
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Kisi ka yar kabi na ruthe
Apna dil hai jalta chandan jisme hai ye jadu
Apna dil hai jalta chandan jisme hai ye jadu
Sab kuchh luth jaye apna ye khusboo koi na lute
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Bhadke aag judai ki to jal jaye gulbuthe
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Rab ruthe to ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Kisi ka yar kabhi na ruthe kisi ka yar kabhi na ruthe
Kisi ka yar kabhi na ruthe na ruthe.