Benaqab Lyrics – Lakhwinder Wadali
Agar Tum Benaqab Aao
Qayamat Ki Ghadi Hogi
Agar Tum Benaqab Aao
Qayamat Ki Ghadi Hogi
Tumhe Apni Padi Hogi
Humein Apni Padi Hogi
Agar Tum Benaqab Aao
Qayamat Ki Ghadi Hogi
Sare Mehfil Kabhi Aakar
Jo Tum Jalwe Bikheroge
Nigahon Ki Chhuri Jab Tum
Humare Dil Pe Pheroge
Naa Puchho Haal Kya Hoga
Naa Puchho Haal Kya Hoga
Labon Pe Jaan Khadi Hogi
Agar Tum Benaqab Aao
Qayamat Ki Ghadi Hogi
Mohabbat Se Moharat Se
Tumhe Rab Ne Banaya Hai
Teri Nazuk Jawani Ko
Najakat Se Sajaya Hai
Badi Aabid Tassali Se
Badi Aabid Tassali Se
Teri Murat Ghadi Hogi
Agar Tum Benaqab Aao
Qayamat Ki Ghadi Hogi
Chamakte Chand Chehre Se
Jo Tum Zulfein Hataoge
Saamne Baith Kar Mere
Agar Tum Muskuraoge
Karega Dil Tumhe Sajde
Karega Dil Tumhe Sajde
Nazar Tumse Ladi Hogi
Agar Tum Benaqab Aao
Qayamat Ki Ghadi Hogi
Agar Tum Benaqab Aao
Qayamat Ki Ghadi Hogi
अगर तुम बेनकाब आओ
कयामत की घड़ी होगी
अगर तुम बेनकाब आओ
कयामत की घड़ी होगी
तुम्हें अपनी पड़ी होगी
हमें अपनी पड़ी होगी
अगर तुम बेनकाब आओ
कयामत की घड़ी होगी
सरे मेहफिल कभी आकर
जो तुम जलवे बिखरोगे
निगाहों की छुरी जब तुम
हमारे दिल पे फेरोगे
ना पूछो हाल क्या होगा
ना पूछो हाल क्या होगा
लबों पे जान खड़ी होगी
अगर तुम बेनकाब आओ
कयामत की घड़ी होगी
मोहब्बत से मोहब्बत से
तुम्हें रब ने बनाया है
तेरी नाज़ुक जवानी को
नजाकत से सजाया है
बड़ी आबिद तस्सली से
बड़ी आबिद तस्सली से
तेरी मूरत घड़ी होगी
अगर तुम बेनकाब आओ
कयामत की घड़ी होगी
चमकते चाँद चेहरे से
जो तुम जुल्फें हटाओगे
सामने बैठ कर मेरे
अगर तुम मुस्कुराओगे
करेगा दिल तुम्हें सजदे
करेगा दिल तुम्हें सजदे
नज़र तुमसे लड़ी होगी
अगर तुम बेनकाब आओ
कयामत की घड़ी होगी
अगर तुम बेनकाब आओ
कयामत की घड़ी होगी