Barp Khushi Hain Lyrics – Kailash Kher
Kyon muskurahat jaise jami hai
Koyee jo puchhe kya kya kamee hai
Kya dil bataye woh ajnabee hai
Ek ajnabee hai
Unchee minare lambee katare
Chhotee bahare kya yeh sahee hai
Koyee jo puchhe kyon yeh sabhee hai
Bole najar kya woh ajnabee hai
Ek ajnabee hai, ek ajnabee hai
Unchee minare lambee katare
Chhotee bahare kya yeh sahee hai
Koyee jo puchhe kyon yeh sabhee hai
Bole najar kya ek ajnabee hai
Ek ajnabee hai, ek ajnabee hai
Lalchate chehre muskate pehre
Talo pe tale chhabee nahee hai
Koyee jo puchhe jate kaha ho
Bole kadam kya ek ajnabee hai
Ek ajnabee hai, ek ajnabee hai
Lalchate chehre muskate pehre
Talo pe tale chhabee nahee hai
Koyee jo puchhe jate kaha ho
Bole kadam kya ek ajnabee hai
Woh ajnabee hai ek ajnabee hai
Ha ajnabee hai
Unchee minare lambee katare
Lalchate chehre muskate pehre
Aaja hai kehte haste hee rehte
Kehte hai hamse ham jindagee hai
Barf jami ho sard hasin ho
Sine ke andar baste ho khandar
Tale lage ho jale lage ho
Lagte hai yeh pal ajnabee hai
Yeh jindagee hai toh jite hai kaise
Yeh hai jo khushiya toh pite hai kaise
Muh se bolu koyee raj kholu
Toh kehtee hai duniya, toh kehtee hai duniya
Koyee toh kamee hai, koyee toh kamee hai
Ek ajnabee hai,ek ajnabee hai
Ek ajnabee hai, ek ajnabee hai
Ek ajnabee hai, ek ajnabee hai.
क्यों मुस्कराहट जैसे जमी है
कोई जो पूछे क्या क्या कमी है
क्या दिल बताये वह अजनबी है
एक अजनबी है
ऊंची मीनारें लम्बी कतारें
छोटी बहार क्या यह सही है
कोई जो पूछे क्यों यह सभी है
बोले नजर क्या वह अजनबी है
एक अजनबी है एक अजनबी है
ऊंची मीनारें लम्बी कतारें
छोटी बहार क्या यह सही है
कोई जो पूछे क्यों यह सभी है
बोले नजर क्या एक अजनबी है
एक अजनबी है एक अजनबी है
ललचाते चेहरे मुस्काते पहरे
टालो पे ठाले छबी नहीं है
कोई जो पूछे जाते कहा हो
बोले कदम क्या एक अजनबी है
एक अजनबी है एक अजनबी है
ललचाते चेहरे मुस्काते पहरे
टालो पे ठाले छबी नहीं है
कोई जो पूछे जाते कहा हो
बोले कदम क्या एक अजनबी है
वह अजनबी है एक अजनबी है
है अजनबी है एक अजनबी है
ऊंची मीनारें लम्बी कतारें
ललचाते चेहरे मुस्काते पहरे
आजा है कहते हस्ते ही रहते
कहते है हमसे हम जिंदगी है
बर्फ जमी हो सार्ड हसीं हो
सीने के अंदर बास्ते हो खण्डार
ताले लगे हो जाले लगे हो
लगते है यह पल अजनबी है
यह जिंदगी है तोह जीते है कैसे
यह है जो खुशिया तोह पिटे है कैसे
मुँह से बोलो कोई राज खोलू
तोह कहती है दुनिया तोह कहती है दुनिया
कोई तोह कमी है कोई तोह कमी है
एक अजनबी है एक अजनबी है
एक अजनबी है एक अजनबी है
एक अजनबी है एक अजनबी है.