Band Mutthi Lakh Ki Lyrics – Kishore Kumar, Mohammed Rafi, Manna Dey
बंध मुठी लाख की
खुली तो प्यारे खक की
बंध मुठी लाख की
खुली तो प्यारे खक की
हा बंध मुठी लाख की
खुली तो प्यारे खक की
म्हणत से तुम जी न चुराना
खून पसीना एक कर के दिखने
म्हणत से तुम जी न चुराना
खून पसीना एक कर के दिखने
ख्वाबो की खिचड़ी पकाना
करना है जो कर के बताना
अरे हल्दी मिर्ची मसाले उतने तीखे
जितने डेल
ओ प्यारे बात को पहले तू तोल लब पे
बाद में प्यार से तू झट से
बंध मुठी लाख की
खुली तो प्यारे खक की
बंध मुठी लाख की लाख की
खुली तो प्यारे खक की
सात सुरों की जीवन धारा
सा रे सा तक घर हा इसरा
सात सुरों की जीवन धारा
सा रे सा तक घर हा इसरा
साँस है जब तक संग है प्यारा
साँस रुके तो सब कुछ हरा
ओ जीने वाले बात समझ ले
जीवन का ये राज़ समझ ले
ओ बंधू दूर के ढोल सुहान ेलगते
ओ बंधू पास बजे तो डरने लगते
बंध मुठी लाख की
खुली तो प्यारे खक की
बंध मुठी लाख की लाख की
खुली तो प्यारे खक की
चड़ता सागर बहता पानी
है ये जवानी आणि जनि
चड़ता सागर बहता पानी
है ये जवानी आणि जनि
मार ले गोटा कर तैराकी
मतलब लम्बा बात जरा सी
जितनी दुबे गहराई में उतनी जाये ऊंचाई पे
ओ ललए कुवे का मेंडक न बन
जहर भरा है तेरे मन में
बंध मुठी लाख की
खुली तो प्यारे खक की
बंध मुठी लाख की लाख की
खुली तो प्यारे खक की.
Bandh muthi lakh ki
Khuli to pyare khak ki
Bandh muthi lakh ki
Khuli to pyare khak ki
Ha bandh muthi lakh ki
Khuli to pyare khak ki
Mehnat se tum ji na churana
Khun pasina ek kar ke dikhna
Mehnat se tum ji na churana
Khun pasina ek kar ke dikhna
Khwabo ki khichdi pakana
Karna hai jo kar ke batana
Are haldi mirchi masale utne tikhe
Jitne dale
O pyare bat ko pahle tu tol lab pe
Bad me pyar se tu jhat se
Bandh muthi lakh ki
Khuli to pyare khak ki
Bandh muthi lakh ki lakh ki
Khuli to pyare khak ki
Sat suro ki jiwan dhara
Sa re sa tak gher ha isara
Sat suro ki jiwan dhara
Sa re sa tak gher ha isara
Sans hai jab tak sang hai pyara
Sans ruke to sab kuch hara
O jine wale bat samjh le
Jiwan ka ye raz samjh le
O badhu dur ke dhol suhan elagte
O bandhu pas baje to darane lagte
Bandh muthi lakh ki
Khuli to pyare khak ki
Bandh muthi lakh ki lakh ki
Khuli to pyare khak ki
Chadta sagar bahta pani
Hai ye jawani aani jani
Chadta sagar bahta pani
Hai ye jawani aani jani
Mar le gota kar tairaki
Matlab lamba bat jara si
Jitni dube gahrayi me utni jaye unchai pe
O lale kuwe ka mendak na ban
Jahar bhara hai tere man me
Bandh muthi lakh ki
Khuli to pyare khak ki
Bandh muthi lakh ki lakh ki
Khuli to pyare khak ki.