Bana Sharabi Lyrics – Jubin Nautiyal
Pehli nazar teri maar gayi
Meri jaan gayi sajna
Ek hi dhadkan paas thi
Jo tere paas gayi sajna
Main sab chhadd aaun tere liye
Duniya ko bhulaun tere liye
Bas kamm zara yeh gham zara karde
Jo toone pilayi bana sharabi
Hai dil main na gham koyi zara bhi
Tu mera humdum tu mera dushman
Tu hi saza hai tu hi rihaayi
Jo toone pilayi bana sharabi
Hai dil main na gham koyi zara bhi
Tu mera humdum tu mera dushman
Tu hi saza hai tu hi rihaayi
Karne de sabko yaara meri burai
Manzoor mujhko meri hai yeh tabaahi
Main jeena chahun tere liye
Khud ko main bacha loon tere liye
Itna mujhpe ehsaan zara karde
Jo toone pilayi bana sharabi
Hai dil main na gham koyi zara bhi
Tu mera humdum tu mera dushman
Tu hi saza hai tu hi rihaayi
Jo toone pilayi bana sharabi
Hai dil main na gham koyi zara bhi
Tu mera humdum tu mera dushman
Tu hi saza hai tu hi rihaayi
Oh maula na jaane kya teri yeh maaya
Kyun usse milaya kyun aashiq banaya
Jo dard diya hai toh sehna sikha de
Kya hai mere dil mein tu use bata de
Oh maula na jaane kya teri yeh maaya
Kyun usse milaya kyun aashiq banaya
Jo dard diya hai toh sehna sikha de
Kya hai mere dil mein tu use bata de
Jo toone pilayi bana sharabi
Hai dil main na gham koyi zara bhi
Tu mera humdum tu mera dushman
Tu hi saza hai tu hi rihaayi.
पहली नज़र तेरी मार गयी
मेरी जान गयी सजना
एक ही धड़कन पास थी
जो तेरे पास गयी सजना
मैं सब छड़ आऊं तेरे लिये
दुनिया को भुलाउं तेरे लिये
बस काम ज़रा ये ग़म ज़रा करदे
जो तूने पिलाई बना शराबी
है दिल मैं ना ग़म कोई ज़रा भी
तू मेरा हमदम तू मेरा दुश्मन
तू ही सजा है तू ही रिहाई
जो तूने पिलाई बना शराबी
है दिल मैं ना ग़म कोई ज़रा भी
तू मेरा हमदम तू मेरा दुश्मन
तू ही सजा है तू ही रिहाई
करने दे सबको यारा मेरी बुराई
मंज़ूर मुझको मेरी है ये तबाही
मैं जीना चाहूँ तेरे लिये
खुद को मैं बचा लूँ तेरे लिये
इतना मुझपे एहसान ज़रा करदे
जो तूने पिलाई बना शराबी
है दिल मैं ना ग़म कोई ज़रा भी
तू मेरा हमदम तू मेरा दुश्मन
तू ही सजा है तू ही रिहाई
जो तूने पिलाई बना शराबी
है दिल मैं ना ग़म कोई ज़रा भी
तू मेरा हमदम तू मेरा दुश्मन
तू ही सजा है तू ही रिहाई
ओह मौला ना जाने क्या तेरी ये माया
क्यूँ उससे मिलाया क्यूँ आशिक़ बनाया
जो दर्द दिया है तो सहना सीखा दे
क्या है मेरे दिल में तू उसे बता दे
ओह मौला ना जाने क्या तेरी ये माया
क्यूँ उससे मिलाया क्यूँ आशिक़ बनाया
जो दर्द दिया है तो सहना सीखा दे
क्या है मेरे दिल में तू उसे बता दे
जो तूने पिलाई बना शराबी
है दिल मैं ना ग़म कोई ज़रा भी
तू मेरा हमदम तू मेरा दुश्मन
तू ही सजा है तू ही रिहाई.