Aye Ji Zara Sun Na Lyrics – Lata Mangeshkar
ए जी ज़रा सुनना उनसे नहीं कहना
ए जी ज़रा सुनना उनसे नहीं कहना
हम तो उनकी मस्त नज़र से पीके आये जाम
ए जी ज़रा सुनना उनसे नहीं कहना
चाँद का जलवा न पूछो
प्यार क्यों मचला न पूछो
नजारे ही नजारे इशारे ही इशारे
नजारे ही नजारे इशारे ही इशारे
न सोचा न समझा किया उन्हें सलाम
ए जी ज़रा सुनना उनसे नहीं कहना
ए जी ज़रा सुनना उनसे नहीं कहना
हम तो उनकी मस्त नज़र से पीके आये जाम
ए जी ज़रा सुनना उनसे नहीं कहना
आग थी दोनों दिलों में
आग थी दोनों दिलों में
प्यास थी दोनों लबों पे
बढे थे वो उधर से बढे थे हम इधर से
बढे थे वो उधर से बढे थे हम इधर से
वो रुके हम रुके जिगर को लिया थाम
ए जी ज़रा सुनना उनसे नहीं कहना
ए जी ज़रा सुनना उनसे नहीं कहना
हम तो उनकी मस्त नज़र से पीके आये जाम
ए जी ज़रा सुनना उनसे नहीं कहना.
Aye ji zara sun na unse nahi kehna
Aye ji zara sun na unse nahi kehna
Hum to unki mast nazar se peeke aaye jaam
Aye ji zara sun na unse nahi kehna
Chand ka jalwa na puchho
Pyar kyu machala na puchho
Najare hi najare ishare hi ishare
Najare hi najare ishare hi ishare
Na socha na samjha kiya unhe salam
Aye ji zara sun na unse nahi kehna
Aye ji zara sun na unse nahi kehna
Hum to unki mast nazar se pike aaye jaam
Aye ji zara sun na unse nahi kehna
Aag thi dono dilo mein
Aag thi dono dilo mein
Pyas thi dono labo pe
Badhe the wo udhar se badhe the hum idhar se
Badhe the wo udhar se badhe the hum idhar se
Wo ruke hum ruke jigar ko liya tham
Aye ji zara sun na unse nahi kehna
Aye ji zara sun na unse nahi kehna
Hum to unki mast nazar se pike aaye jaam
Aye ji zara sun na unse nahi kehna.