Avadh Mein Laute Hai Shri Ram Lyrics – Sonu Nigam
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Lamba Tha Vanvas Ram Ka
Lekin Ye Vishvas Ram Ka
Sach Ki Tap Ki Jai Hoti Hai
Dhairy Tapa Man Hi Moti Hai
Ati Hai Badhaiya Aaye
Jitna Roke Aur Daraye
Jisne Vrat Sankalp Liya Hai
Andhi Mai Bhi Jala Diya Hai
Jagkar Dhur Kare Andhiyara
Har Ch Har Sadiyantr Hai Hara
Achayi Sachayi Jeete Ki
Ghar Ghar Deep Jale Har Shyam Manavo Deewali
Avadh Me Lote Hai Shree Raam Manavo Deewali
Bane Hai Sabke Bigde Kaam Manavo Deewali
Avadh Me Lote Hai Shree Raam Manavo Deewali
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Van Van Ghum Desh Ko Bandha
Deen Dhukhi Ko Dekar Kandha
Tap Se Sat Abhiman Mita Kar
Sita Ko Samman Dhilakar
Jami Sila Ko Shap Mukt Kar
Kithne Pathar Pran Yukt Kar
Setu Bandhkar Laksh Sadhkar
Yudh Jeeth Kar Pap Nash Kar
Pura Karke Vachan Pita Ka
Lahra Karke Vijay Pataka
Vapas Aaye Aapni Nagri
Avadh Me Lote Hai Shree Ram Manavo Deewali
Bane Hai Sabke Bigde Kaam Manavo Deewali
Avadh Me Lote Hai Shree Ram Manavo Deewali
Kevat Ki Bhi Noika Tari
Sabri Ki Jhutan Swikari
Jo Jiska Hai Use Dhila Jar
Shiv Me Milkar Ban Rameshwar
Aaj Hrudhai Anandh Bana Hai
Pulikith Ambar Aur Dhara Hai
Dhasho Dhishaye Shur Me Gaathi
Swagat Me Athur Harshathi
Bahe Khol Khadi Hai Maye
Aanj Nai Bhi Sath Hai Aaye
Prabhu Ka Aisa Ho Abhishek Ki
Unka Raj Rahe Abhiram Manavo Deewali
Avadh Me Lote Hai Shree Ram Manavo Deewali
Bane Hai Sabke Bigde Kaam Manavo Deewali
Avadh Me Lote Hai Shree Ram Manavo Deewali
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Ram Ram Jai Jai Shree Ram
Jai Ram Shree Ram
Jai Ram Shree Ram
Jai Ram Shree Ram
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
लंबा था वनवास राम का
लेकिन ये विश्वास राम का
सच की तप की जय होती है
धैर्य तप मन ही मोती है
आती है बाधाये आये
जितना रोके और डराये
जिसने व्रत संकल्प लिया है
आँधी में भी जला दिया है
जग कर दूर करे अंधियारा
हर छल हर षड्यंत्र है हारा
अच्छाई सच्चाई जीते की
घर घर दीप जले हर शाम मनाओ दिवाली
अवध में लौटे हैं श्री राम मनाओ दिवाली
बने है सबके बिगड़े काम मनाओ दिवाली
अवध में लौटे है श्री राम मनाओ दिवाली
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
वन वन घूम देश को बांधा
दीन दुखी को दे कर कांधा
तप से शठ अभिमान मिटाकर
सीता को सम्मान दिला कर
जमी शिला को शाप मुक्तकर
कितने पत्थर प्राण युक्तकर
सेतु बांधकर लक्ष्य साधकर
युद्ध जीतकर पाप नाशकर
हो पूरा करके वचन पिता का
लहरा करके विजय पताका
वापस आये अपनी नगरी
अवध में लौटे हैं श्री राम मनाओ दिवाली
बने है सबके बिगड़े काम मनाओ दिवाली
अवध में लौटे है श्री राम मनाओ दिवाली
केवट की भी नौका तारी
सबरी की झूठन स्वीकारी
जो जिसका है उसे दिलाकर
शिव में मिलकर बन रामेश्वर
आज हृदय आनंद भरा है
पुलकित अम्बर और धरा है
दशों दिशायेँ शूर में गाती
स्वागत में आतुर हर्षाति
बाहें खोल खड़ी हैं मायें
आंजनेय भी साथ है आये
प्रभु का हो ऐसा अभिषेक की
उनका राज रहे अविराम मनाओ दिवाली
अवध में लौटे हैं श्री राम मनाओ दिवाली
बने है सबके बिगड़े काम मनाओ दिवाली
अवध में लौटे हैं श्री राम मनाओ दिवाली
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
राम राम जय जय श्री राम
जय राम श्री राम
जय राम श्री राम
जय राम श्री राम